द टाइम्स ऑफ लंदन एंड जर्मनी को दिए एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा, मुझे लगता है कि इन सब गैरकानूनी लोगों को पनाह देने का निर्णय लेकर उन्होंने एक बहुत बड़ी गलती की है। उन्होंने हालांकि चांसलर के लिए बेहद सम्मान होने की बात भी कही।
पश्चिमी यूरोप में तथाकथित बाल्कन मार्ग के पास स्थित देशों पर भारी दबाव के मद्देनजर मर्केल ने वर्ष 2015 में जर्मनी के द्वार सभी प्रवासियों के लिए खोल दिए थे। इसके बाद करीब 8,90,000 प्रवासियों ने जर्मनी में शरण ली थी जिसमें से अधिकतर सीरिया से थे।
ट्रंप ने कहा कि वह मर्केल और रूस के राष्टपति व्लादिमीर पुतिन दोनों पर भरोसा करना शुरू करेंगे। उन्होंने कहा, देखते हैं कि यह कितनी देर तक चलता है।
मर्केल की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि 19 दिसंबर को बर्लिन में हुए आतंकी हमले के बाद मर्केल की नीति के परिणाम स्वरूप एक स्पष्ट प्रभाव सामने आया है। इस हमले में 12 लोग मारे गए थे।
भाषा