अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई को 'संभल कर बात करने' की नसीहत दी। ईरान की राजधानी तेहरान में खामनेई की टिप्पणी के बाद ट्रंप ने ट्वीट किया कि ईरान के तथाकथित 'सर्वोच्च नेता' जो अब उतने सर्वोच्च नहीं रह गए हैं, को अमेरिका और यूरोप के बारे में कुछ खराब बातें कहनी है।'
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि खामनेई ने जो अपने भाषण में बोला वह उनकी भूल है। इसके साथ ही ईरान को उनकी अर्थव्यवस्था की याद दिलाते हुए कहा है कि उनका देश बर्बाद हो रहा है, लोग खराब अर्थव्यवस्था से जूझ रहे हैं। इसलिए तथाकथित सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई अपनी शब्दावली को काबू में रखें।
ईरान को बोलते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए- ट्रंप
दरअसल, खामनेई ने अपने भाषण में अमेरिका को 'बुरा' और ब्रिटेन, फ्रांस तथा जर्मनी को 'अमेरिका का प्यादा' बताते हुए ट्रंप पर हमला बोला था। ट्रंप ने ट्वीट किया, 'उनकी अर्थव्यवस्था चरमरा रही है और उनकी जनता परेशान है। उन्हें बोलते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए।'
ईरानी नेताओं से की अपील
ट्रंप ने एक अन्य ट्वीट में ईरान के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान के वे लोग, जो अमेरिका से प्यार करते हैं, एक ऐसी सरकार डिजर्व करते हैं, जो उन्हें मारने की बजाय उनके सपनों को पूरा करने में दिलचस्पी रखती है। उन्होंने अपने ट्वीट में ईरानी नेताओं से अपील की कि उन्हें अपने देश को बर्बादी की ओर ले जाने की बजाय आतंक को छोड़ देना चाहिए और ईरान को फिर से महान बनाना चाहिए।
खामनेई ने अमेरिका को लेकर क्या कहा था
बता दें कि ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई ने बीते 17 जनवरी को ट्वीट कर फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटिश सरकार पर निशाना साधा था। खामनेई ने लिखा कि ईरान के मसले को सुरक्षा परिषद में ले जाने की फ्रेंच, जर्मन और 'शातिर' ब्रिटिश सरकारों की धमकी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे अमेरिका के 'प्यादे' हैं।' उन्होंने इसके साथ ही लिखा कि इन तीनों देशों ने सद्दाम को हमारे खिलाफ युद्ध में हरसंभव मदद की थी।