भारत ने आज यानी रविवार से संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभाल ली है। अब अगस्त 2021 में सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता भारत के पास रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूएनएससी के एक मीटिंग की अध्यक्षता करेंगे। भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे टीएम तिरुमूर्ति ने बताया कि इस दौरान भारत तीन हाई लेवल मीटिंग करने जा रही है, जिसमें समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद का मुकाबला जैसे गंभीर मामलों पर चर्चा की जाएगी।
इस दौरान राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिध सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि 75 साल में पहली बार है, जब हमारे राजनीतिक नेकृत्व ने यूएनएससी के किसी कार्यक्रम की अध्यक्षता करने में दिलचस्पी दिखाई है। यह ये दिखाता है कि लीडरशिप अब फ्रंट से लीड करना चाहती है।
बता दें, सुरक्षा परिषद का हर सदस्य देश, एक महीने के लिये परिषद की अध्यक्षता संभालता है। अगस्त 2021 में सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता भारत के पास रहेगी। जुलाई महीने में, सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता फ्रांस के पास है। सुरक्षा परिषद के 15 सदस्य हैं जिनमें से पांच स्थाई हैं और 10 अस्थाई सदस्य होते हैं। पांच स्थाई सदस्यों के नाम चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका है।
भारत 1 अगस्त से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभालेगा और इस महीने के दौरान समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना की कवायद करने और आतंकवाद पर कड़ा प्रहार करने को तैयार है। महासभा अध्यक्ष के कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने यूएन महासभा प्रमुख को भारत की अध्यक्षता के दौरान होने वाली मुख्य गतिविधियों से अवगत कराया है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने अध्यक्षता संभालने की पूर्व संध्या पर एक वीडियो संदेश में कहा कि जब हम अगस्त में अपना 75 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं, उसी महीने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करना हमारे लिए एक सम्मान की बात है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बतौर अध्यक्ष भारत का पहला कार्य दिवस सोमवार यानी 2 अगस्त होगा। तिरुमूर्ति संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में महीने भर के लिए परिषद के कार्य को लेकर कार्यक्रम पर प्रेस वार्ता करेंगे। संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी एक कार्यक्रम के अनुसार, तिरुमूर्ति संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के लिए एक ब्रीफिंग भी प्रदान करेंगे, जो महीने के लिए परिषद के गैर-सदस्य हैं।
तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत परिषद के भीतर और बाहर दोनों जगह आतंकवाद से लड़ने पर जोर देता रहा है। हमने आतंकवाद से लड़ने के प्रयासों को न केवल मजबूत किया है खासतौर से आतंकवाद के वित्त पोषण को, बल्कि हमने आतंकवाद पर ध्यान को कमजोर करने की कोशिशों को भी रोका है।
बता दें कि सुरक्षा परिषद के एक अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का दो साल का कार्यकाल 1 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ। यह सुरक्षा परिषद के गैर स्थायी सदस्य के तौर पर 2021-22 कार्यकाल के दौरान भारत की पहली अध्यक्षता है। भारत अगले साल दिसंबर में फिर से सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करेगा।