यह फैसला अंतरराष्ट्रीय परमाणु निगरानी संस्था आईएईए की उस रिपोर्ट के बाद लिया गया है जिसमें ईरान द्वारा अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते का पालन किए जाने की पुष्टि की गई है। अमेरिका सहित विश्व की छह परमाणु शक्तियों के साथ हुए इस समझौते के तहत ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने और इसकी निगरानी कराने पर तैयार हो गया था।
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने ईरान पर लगे प्रतिबंध हटाने का ऐलान करते हुए कहा कि तेहरान पर लगे प्रतिबंध हटाते हुए अमेरिका ने परमाणु समझौते को अपनी तरफ से लागू कर दिया है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने ईरान द्वारा परमाणु समझौते का पूरी तरह पालन किए जाने की पुष्टि की है।
यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख फेडरीके मॉगरीनी ने भी ईरान पर लगे परमाणु और आर्थिक प्रतिबंध हटाने की घोषणा कर दी है। ईरान पर लगे प्रतिबंध हटाने का फैसला वियना में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी, ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ और यूरोपीय संघ की विदेश मामलों की प्रमुख फेडेरिका मॉगरीनी के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया। मॉगरीनी ने कहा कि ईरान ने अपना वादा निभाया है इसलिए उसके परमाणु कार्यक्रम से जुड़े आर्थिक प्रतिबंध हटा दिए हैं।
गत जुलाई में ईरान और दुनिया के छह ताकतवर देशों (अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी) के बीच एक परमाणु समझौता हुआ था जिसके तहत ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को नियंत्रित करने पर राजी हुआ था। अब आईएईए ने पुष्टि कर दी है कि ईरान ने इस परमाणु समझौते की शर्तों का पूरी तरह से पालन किया है। गौरतलब है कि ये प्रतिबंध ईरान को परमाणु हथियारों की ताकत बढ़ाने से रोकने के लिए लगाए गए थे।
अौर सस्ता होगा कच्चा तेल
ईरान पर लगे प्रतिबंध हटने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम और ज्यादा गिर सकते हैं। अब ईरान के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपना तेल बेचने के रास्ते खुल जाएंगे। कच्चे तेल के आयात पर निर्भर भारत जैसे देशों के लिए यह अच्छी खबर है।