चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण पूरी दुनिया में फैल चुका है। कोरोना के सबसे अधिक पॉजिटिव केसों के मामलों में अमेरिका पहले स्थान पर पहुंच गया है। वर्ल्डोमीटर द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को अमेरिका में एक ही दिन में 16,000 से अधिक पुष्ट मामले दर्ज किए गए, जिसके बाद कुल रोगियों की संख्या 85,088 पहुंच गई है जो किसी भी देश के लिए सबसे अधिक है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने कोरोनवायरस से संक्रमित लोगों की संख्या के मामले में चीन (81,285) और इटली (80,589) को भी पीछे छोड़ दिया।
वैश्विक स्तर पर संक्रमण और मौतों के मामलों की पुष्टि करने वाली वेबसाइट वर्ल्डोमीटर के अनुसार,गुरुवार रात तक अमेरिका में 85,088 व्यक्ति कोरोनोवायरस से संक्रमित थे, जिनमें से 16,877 एक ही दिन में सामने आये। जबकि एक हफ्ते पहले, पुष्टि किए गए मामलों की संख्या 8,000 थी। एक सप्ताह की अवधि में यह खतरनाक रूप से 10 गुना बढ़ गया है।
कम से कम 263 मौतों के साथ, अमेरिका ने भी गुरुवार को एक ही दिन में सबसे अधिक घातक परिणाम दर्ज किए। कोरोनावायरस के कारण अब तक कम से कम 1,290 अमेरिकियों की मौत हो चुकी है। 2,000 से अधिक कोरोनोवायरस के मामले गंभीर हालत में हैं। COVID-19 के कारण होने वाली मौतों की संख्या के आने वाले दिनों में काफी हद तक बढ़ने की संभावना है।
चीन में, जहां से यह सब उत्पन्न हुआ, कोरोनोवायरस महामारी के कारण 3,287 लोगों की मौत हुई है, जबकि इटली में ऐसी 8,215 मौतें दर्ज की गई हैं।
अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फौसी ने सीएनएन के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि यह बताना मुश्किल है कि महामारी कहां जाएगी और अमेरिका में यह कब तक चलेगी। इसलिए अब सबसे महत्वपूर्ण बात व्यापक परीक्षण करना और अधिक डेटा एकत्र करना है।
उन्होंने संपर्क ट्रेसिंग और परीक्षण के वर्तमान स्तर की पुष्टि करने का आह्वान किया। " प्रतिष्ठित जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय जो कोरोनोवायरस के सभी मामलों की रिकॉर्डिंग भी कर रहा है, उसने संयुक्त राज्य अमेरिका में चीन और इटली से आगे 83,836 मामले दर्ज किए।
अब तक 5,50,000 लोगों का परीक्षण
डॉ. ब्रिक्स ने कहा कि अब तक अमेरिका 5,50,000 परीक्षण कर चुका है। उन्होंने कहा, "जब लोग 20 प्रतिशत आबादी के संक्रमित होने के बारे में बात करना शुरू करते हैं, तो यह बहुत डरावना होता है लेकिन हमारे पास ऐसा डेटा नहीं है जो अनुभव के आधार पर मेल खाता हो।" उन्होंने अमेरिकियों को आश्वासन दिया कि वेंटिलेटर और आईसीयू बेड सहित आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति में कोई कमी नहीं है।
न्यूयार्क बना केंद्र
न्यूयॉर्क इस बीमारी के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है। शहर के विशाल कन्वेंशन सेंटर को अस्पताल में बदला जा रहा है। राज्य में 350 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। यूरोप में स्पेन ऐसा देश है, जहां इसका प्रकोप सबसे तेजी से फैल रहा है। गुरुवार को, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि करीब 8,600 नए मामले सामने आए जबकि 655 लोगों की मौत हो गयी। इसके साथ मृतकों की कुल संख्या चार हजार को पार कर गयी।
33 लाख अमेरिकियों ने बेरोजगारी लाभ के लिए किया आवेदन
इस बीच 33 लाख अमेरिकियों ने एक सप्ताह के अंदर बेरोजगारी लाभ के लिए आवेदन किया है। इससे दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान का पता लगता है।
स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमराई
इस बीमारी के कारण यूरोप और न्यूयॉर्क की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गयी हैं वहीं स्पेन में मृतकों की संख्या बढ़कर चार हजार से ज्यादा हो गयी हैं। अमेरिका में, कारोबारियों,अस्पतालों और सामान्य नागरिकों की मदद करने के लिए अभूतपूर्व 2,200 अरब डॉलर के आर्थिक पैकेज को मंजूरी दी गयी है। इस योजना में हर वयस्क को 1,200 डॉलर और बच्चे को 500 डॉलर दिए जाएंगे।
डब्ल्यूएचओ ने लगाई फटकार
उधर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वायरस के खिलाफ लड़ाई में कीमती समय बर्बाद करने के लिए दुनिया के नेताओं को फटकार लगायी और कहा कि हमने पहले मौके को गंवा दिया और अब यह दूसरा अवसर है जिसे नहीं गंवाना चाहिए। इस बीमारी के कारण 22,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 4,80,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं। इसने लाखों लोगों की आजीविका को प्रभावित किया और विश्व अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया।