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कश्मीर पर ट्रंप ने फिर की मध्यस्थता की पेशकश, फ्रांस ने कहा यह द्विपक्षीय मसला

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर कश्मीर मामले को लेकर मध्यस्थता की पेशकश की है। साथ ही...
कश्मीर पर ट्रंप ने फिर की मध्यस्थता की पेशकश, फ्रांस ने कहा यह द्विपक्षीय मसला

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर कश्मीर मामले को लेकर मध्यस्थता की पेशकश की है। साथ ही ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे को गंभीर और ‘विस्फोटक’ बताया है। पिछले दिनों अमेरिका ने पीएम मोदी और पाकिस्तानी पीएम इमरान खान से कश्मीर में तनाव कम करने के लिए कदम उठाने की गुजारिश की थी। बता दें कि 24 अगस्त को फ्रांस में होने वाले जी7 बैठक में पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात होनी है इससे पहले ट्रंप ने फिर एक बार मध्यस्थता का प्रस्ताव दिया है।

डोनाल्ड ट्रंप ने एनबीसी न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा, "कश्मीर बेहद जटिल जगह है। यहां हिंदू हैं और मुसलमान भी और मैं नहीं कहूंगा कि उनके बीच काफी मेलजोल है।" उन्होंने कहा, "मध्यस्थता के लिये जो भी बेहतर हो सकेगा, मैं वो करूंगा।"

तनाव कम करने के लिए पीएम मोदी को कर चुके हैं फोन

इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से फोन पर बातचीत की थी और उन्हें कश्मीर पर भारत के खिलाफ बयानबाजी में एहतियात बरतने को कहा।  ट्रम्प ने साथ ही स्थिति को मुश्किल बताया और दोनों पक्षों से संयम बरतने को कहा था। ट्रंप ने, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सोमवार को फोन पर लगभग 30 मिनट बात करने के बाद खान से बात की थी। मोदी ने बातचीत के दौरान पाकिस्तानी नेताओं द्वारा भारत विरोधी हिंसा के लिए उग्र बयानबाजी और उकसावे का मुद्दा उठाया था। व्हाइट हाउस के मुताबिक, ट्रम्प ने खान से जम्मू-कश्मीर मामले पर भारत के खिलाफ बयानबाजी में संयम बरतने और तनाव कम करने को लेकर चर्चा की।

पाकिस्तान को संयम बरतने की सलाह

कश्मीर मुद्दे को लेकर भारत के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखते हुए इमरान खान ने रविवार को भारत सरकार को 'फासीवादी' और 'श्रेष्ठतावादी' करार दिया था और कहा था कि यह पाकिस्तान और भारत में अल्पसंख्यकों के लिए खतरा है। उन्होंने यह भी कहा था कि दुनिया को भारत के परमाणु आयुध की सुरक्षा पर भी गौर करना चाहिए क्योंकि यह न सिर्फ क्षेत्र, बल्कि विश्व पर असर डालेगा। व्हाइट हाउस ने कहा कि खान के साथ बातचीत के दौरान, ट्रम्प ने दोनों पक्षों से तनाव बढ़ने से बचने और संयम बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसने कहा कि दोनों नेताओं ने अमेरिका-पाकिस्तान आर्थिक एवं व्यापार सहयोग बढ़ाने की दिशा में काम करने पर भी सहमति जतायी थी।

पहले भी मध्यस्थता की बात कर चुके हैं ट्रंप

अभी हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका गए हुए थे, इस दौरे पर डोनाल्ड ट्रंप और उनके बीच कश्मीर के मुद्दे पर भी चर्चा हुई थी। इसी बैठक के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच 'मध्यस्थ' बनने की पेशकश की थी।

उन्होंने कहा था कि यदि भारत और पाकिस्तान चाहेंगे तो वह कश्मीर मामले में हस्तक्षेप करने को तैयार हैं। ट्रंप ने 22 जुलाई को दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने को कहा था। अमेरिकी राष्ट्रपति का दावा था कि पीएम मोदी और उन्होंने पिछले महीने जापान के ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की थी, जहां पीएम मोदी ने उन्हें कश्मीर पर तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की पेशकश की थी। हालांकि भारत ने सीधे तौर पर ट्रंप की इस पेशकश को खारिज कर दिया था।

फ्रांस ने कश्मीर को द्विपक्षीय मामला बताया

फ्रांस ने कहा है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मामला है। उसने दोनों देशों से बातचीत के जरिए इसका समाधान निकालने का आग्रह किया है। फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां येस ली ड्रायन ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से बात करने के बाद यह बयान जारी किया। ड्रायन ने कहा कि कश्मीर को उनका देश हमेशा द्विपक्षीय मामला मानता रहा है। पिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जब कश्मीर पर चर्चा हुई तो फ्रांस ने पाकिस्तान का विरोध किया था। इसी के बाद कुरैशी ने ड्रायन से बात की।

एजेंसी

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