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चीन को सख्त चेतावनी, बाइडेन ने कहा- ताइवान पर हमला किया तो चुप नहीं बैठेगा अमेरिका, करेगा सैन्य हस्तक्षेप

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन इन दिनों जापान में हैं। वह कल यानी मंगलवार को होने वाले क्वाड शिखर...
चीन को सख्त चेतावनी, बाइडेन ने कहा- ताइवान पर हमला किया तो चुप नहीं बैठेगा अमेरिका, करेगा सैन्य हस्तक्षेप

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन इन दिनों जापान में हैं। वह कल यानी मंगलवार को होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए वहां पहुंचे हैं। बाइडन के अलावा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस भी टोक्यो पहुंच चुके हैं। मंगलवार को जापान के प्रधानमंत्री के अलावा तीनों नेताओं की मुलाकात होगी, लेकिन इससे पहले जो बाइडन ने ताइवान के समर्थन में अब तक का सबसे बड़ा बयान दिया है।

जापान में जो बाइडन ने कहा कि अगर चीन ताइवान पर हमला करता है तो अमेरिका भी सैन्य हस्तक्षेप करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होने वाली मुलाकात के 24 घंटे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति के इस बयान को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है जबकि ताइवान खुद को एक स्वतंत्र देश की तरह देखता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को कहा कि अगर चीन स्व-शासित द्वीप ताइवान पर आक्रमण करता है तो अमेरिका ताइवान की सैन्य मदद करेगा। जो बाइडेन ने चेतावनी देते हुए कहा कि चीन,"खतरे से खेल रहा है।"

जो बाइडेन से पूछा गया था कि अगर चीन ताइवान को जबरन अपने नियंत्रण में लेना चाहेगा तो क्या अमेरिका सैन्य हस्तक्षेप करेगा? इसके जवाब में जो बाइडेन ने कहा," हमने यही वादा किया था, हम एक चीन नीति पर राजी हुए, हमने उसपर हस्ताक्षर किए...लेकिन यह सोचना गलत है कि ताइवान को बल के प्रयोग से छीना जा सकता है।"

सात दशकों से अधिक समय तक अलग शासन करने के बावजूद, चीन ताइवान को धमकी दे चुका है कि "ताइवान की स्वतंत्रता" का अर्थ युद्ध होगा। पिछले साल 1 जून को, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्व-शासित ताइवान के साथ पूर्ण एकीकरण का संकल्प लिया था और द्वीप के लिए औपचारिक स्वतंत्रता के किसी भी प्रयास को विफल करने की कसम खाई थी.

इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा क्वाड सम्मेलन के बाद अमेरिका-जापान व भारत के अलावा 11 अन्य देश एकसाथ मिलकर हिंद-प्रशांत व्यापार समझौते की शुरुआत करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा अमेरिका जापान व अन्य देशों के साथ मजबूती से खड़ा है। बाइडन ने कहा कि यह समझौता हमारे करीबी दोस्तों और भागीदारों के साथ काम करने और आर्थिक प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों में से एक है। उन्होंने कहा, नया हिंद-प्रशांत व्यापार समझौता आपूर्ति शृंखला, डिजिटल व्यापार, स्वच्छ ऊर्जा, कर्मचारी सुरक्षा और भ्रष्टाचार निरोधी प्रयासों सहित विभिन्न मुद्दों पर अमेरिका और एशियाई अर्थव्यवस्थाओं को मदद करेगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति के अलावा जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी चीन को चेतावनी दी। उन्होंने कहा, एशिया में शांति और स्थिरता को कायम रखा जाना चाहिए। अमेरिका के साथ संयुक्त बयान के दौरान एक सवाल, अगर चीन ताइवान पर कब्जा कर लेता है तो क्या हो सकता है? पर उन्होंने कहा, हम अमेरिकी सहयोग से अपनी रक्षा क्षमता को मजबूत कर रहे हैं। जापान यथास्थिति को बदलने की किसी भी एकतरफा कोशिश के खिलाफ है।

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