राजनयिकों ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस प्रस्ताव पर शुक्रवार को मतदान की उम्मीद है जिसके तहत अमेरिकी प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून तथा वैश्विक रासायनिक हथियार पर्यवेक्षकों से जांचकर्ताओं की एक टीम गठित करने की अपील की जाएगी ताकि सीरिया में जहरीली गैस के हमलावरों पर दोष साबित किया जा सके।
रासायनिक हथियारों के हमलों की जिम्मेदारी तय करने से 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद की कार्रवाई का रास्ता साफ होगा। परिषद पहले ही ऐसे हमलों के दोषियों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दे चुका है जिनमें उन पर प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है। एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अमेरिका और रूस के बीच इस मसौदे पर सहमति हो चुकी है।
अधिकारियों ने बताया कि इस मसौदे पर अमेरिकी मंत्री जॉन केरी तथा उनके रूसी समकक्ष सर्गेई लेवरोव के बीच बुधवार को मलेशिया में हुई बातचीत के दौरान सहमति बन गई थी। संयुक्त राष्ट्र में वीटो अधिकार रखने वाला रूस सीरिया का समर्थक है और चार साल से वहां चल रहे गृह युद्ध के दौरान संयुक्त राष्ट्र की ओर से राष्ट्रपति बशर अल-असद सरकार की किसी भी कार्रवाई का विरोध करता रहा है। अमेरिका पिछले कई महीनों से रूस के साथ इस प्रस्ताव के मसौदे पर चर्चा कर रहा है। कई राजनयिकों ने भी बताया कि इस मसौदे पर यदि कोई आपत्ति नहीं जताई गई तो शुक्रवार को इस पर मतदान संभव है।