पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी तनाव के बीच शुक्रवार को जापान का भारत को मजबूत समर्थन मिला है। जापान ने कहा है कि वह वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने के किसी भी "एकतरफा" प्रयास का विरोध करता है। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के साथ हुईं एक बैठक के बाद जापानी राजदूत सातोशी सुजुकी ने कहा कि जापान बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण समाधान की आशा करता है। भारत और चीन के बीच पिछले कई महीनों से तनाव की स्थिति बनी हुई है।
यथास्थिति बदलने के किसी भी एकतरफा प्रयास का विरोध करता है जापान
जापानी राजदूत सातोशी सुजुकी ने अपने एक ट्वीट में कहा, “एफएस (विदेश सचिव) श्रृंगला के साथ बेहतर बातचीत हुई है। एलएसी के हालात पर उनकी ब्रीफिंग और भारत सरकार की शांतिपूर्ण समाधान की नीति की मैं सराहना करता हूं। जापान भी उम्मीद करता है कि संवादों के माध्यम से इस समस्या का शांतिपूर्ण समाधान निकाला जाएगा। जापान, यथास्थिति बदलने के किसी भी एकतरफा प्रयास का विरोध करता है।"
विस्तारवाद ने हमेशा विश्व शांति के लिए खतरा पैदा किया: पीएम
पीएम ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि गलवान घाटी हमारी है। लद्दाख का पूरा हिस्सा भारत के मान-सम्मान का प्रतीक है। विस्तारवाद ने हमेशा विश्व शांति के लिए खतरा पैदा किया है। उन्होंने कहा, "हम सशक्त और आत्मनिर्भर भारत बनाकर रहेंगे। आपकी प्रेरणा से यह संकल्प मजबूत होता है।"
पीएम मोदी ने किया लद्दाख दौरा, जवानों को किया संबोधित
15-16 जून को लद्दाख के गलवान घाटी में हुए हिंसक झड़प में भारत के बीस सैनिक शहीद हुए थे, जिसके बाद ये तनाव और अधिक बढ़ गया। हालांकि, इस बीच कई सैन्य और कूटनीतिक बैठकें हो रही है। इस बीच आज पीएम मोदी ने औचक लद्दाख का दौरा किया, जहां उन्होंने जवानों को संबोधित किया और दोनों देशों के बीच हुए हिंसक झड़प में घायल हुए जवानों से लेह में मुलाकात की।