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ब्रिटेन में क्यों गहराया तेल का संकट, पेट्रोल पंपों पर भारी भीड़, पानी की बोतल में भी भरने को मजबूर

ब्रिटेन में इन दिनों लोगों को तेल संकट का सामना करना पड़ रहा है। पेट्रोल पंप पर तेल के इंतजार में...
ब्रिटेन में क्यों गहराया तेल का संकट, पेट्रोल पंपों पर भारी भीड़, पानी की बोतल में भी भरने को मजबूर

ब्रिटेन में इन दिनों लोगों को तेल संकट का सामना करना पड़ रहा है। पेट्रोल पंप पर तेल के इंतजार में लंबी-लंबी लाइनें लगी है। हमेशा भागती दौड़ती रहने वाली ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था के पहिए थम से गए हैं और इसकी वजह यहां तेल संकट की स्थिति बनी हुई है। ब्रिटेन के तमाम बड़े शहरों में लोग रोज से घरों से तेल की तलाश में निकल रहे है और गाड़ी में बिना तेल भरवाए ही वापस आ रहे हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल कई वीडियो में पेट्रोल पंपों के बाहर मीलों लंबी कतारें दिखाई दे रही हैं, इसके अलावा घबराए नागरिक पानी की छोटी-छोटी बोतलों में भी जितना हो सके उतना पेट्रोल जमा कर रहे हैं। ब्रिटेन के कई पेट्रोल पंपों पर तेल की खरीदारी को लेकर लोगों में दहशतह है और कई जगह इसके लिए लड़ाई भी हो रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटेन में तेल की कमी के पीछे सबसे वजह ट्रक ड्राइवरों की कमी है। अनुमान के मुताबिक ब्रिटेन में इस समय करीब 1 लाख से अधिक ट्रक ड्राइवरों की कमी हो गई है। आपको बता दें कि ये वही ट्रक ड्राइवर है जो ब्रिटेन के तेल और फूड चेन सप्लाई की रीढ़ की हड्डी हैं। ट्रक ड्राइवर की कमी की वजह से एक ओर जहां तेल के टैंकर पेट्रोल पंप पर नहीं पहुंच पा रहे है तो दूसरी ओर खाने का सामान भी फूड स्टोर से दूर होता जा रहा है।

हालांकि ब्रिटेन सरकार के साथ-साथ सभी बड़ी तेल कंपनियों शेल, एक्सॉनमोबिल और ग्रीनर्जी ने ये साफ किया है कि देश में पेट्रोल की कोई कमी नहीं है, कमी है तो ट्रक ड्राइवरों की जो तेल के टैंकरों को पेट्रोल पंप तक पहुंचाते थे। ब्रिटेन सरकार का दावा है कि क्रिसमस से पहले देश से तेल संकट की दिक्कत दूर हो जाएंगी और फूड चेन सप्लाई भी दुरुस्त हो जाएगी।

ड्राइवरों की कमी के पीछे सबसे पहली वजह जो मानी जा रही है वो ब्रेग्जिट है. ब्रेग्जिट के बाद 2020 में कई यूरोपीय देशों के ड्राइवरों जो अपने देश वापस लौट गए थे वो अब वापस ब्रिटेन नहीं आना चाहते है। दूसरी बड़ी वजह ब्रिटेन सरकार की वीजा नीति है। ब्रेग्जिट से पहले जो ड्राइवर यूरोपियन यूनियन से आसानी से इंग्लैंड आ जाते थे वो अब ब्रिटेन सरकार की अपनी कठोर वीजा नीति के कारण इग्लैंड नहीं आ पा रहे है। तीसरी वजह यह है कि कोरोना महामारी के कारण जो ड्राइवर अपने घर चले गए थे वो अभी काम पर वापस नहीं लौटे है। चौथी वजह यह भी है कि ब्रिटेन में जो बुजुर्ग ड्राइवर रिटायर हो गए है उनकी जगह नए ड्राइवरों की भर्ती नहीं हुई।

ब्रिटेन को तेल संकट से उबारने के लिए सरकार ने भी तैयारी शुरू कर दी है. पेट्रोल पंप तक तेल टैंकर पहुंचाने के लिए सरकार ने सेना को तैयार रखने के लिए कहा है। सेना के टैंकर ड्राइवरों को ट्रेनिंग दी जा रही है जिससे वो जरूरत के हिसाब से तेल टैंकर पेट्रोल पंप तक पहुंचा सके। ड्राइवरों की कमी को देखते हुए सरकार ट्रक ड्राइवरों के लिए अस्थाई वीजा जारी करेगी। कोरोना की वजह से वापस लौटे ट्रक ड्राइवरों को जल्द से जल्द काम पर आने का आदेश दिया गया है।

बीबीसी ने बताया कि तेल कंपनी बीपी के पिछले हफ्ते अपने कुछ पेट्रोल स्टेशनों को अस्थायी रूप से बंद करने के ऐलान के बाद लोगों में तेल को लेकर दहशत फैल गई थी। ब्रिटेन के पेट्रोल पंप फ्यूल की कमी के कारण संकट का सामना नहीं कर रहे हैं, लेकिन इसका आपूर्ति श्रृंखला से अधिक लेना-देना है। सीधे शब्दों में कहें तो ब्रिटेन भारी माल वाहन (एचजीवी) या लॉरी चलाने के लिए योग्य लोगों की कमी का सामना कर रहा है।

 

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