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विकीलीक्स का दावा, अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए ने लगाई आधार डेटाबेस में सेंध

विकिलीक्स ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शुक्रवार को ट्वीट करके एक लेख शेयर किया जिसमें डाटा चोरी किए जाने की जानकारी दी गई है। हालांकि, आधिकारिक सूत्रों ने इन दावों को सिरे से खारिज किया है।
विकीलीक्स का दावा, अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए ने लगाई आधार डेटाबेस में सेंध

विकिलीक्स ने आधार कार्ड से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया है। गुरुवार को विकीलीक्स ने कुछ रिपोर्ट प्रकाशित की हैं, जिनमें दावा किया गया है कि आधार की जानकारियों में सेंध लगाई जा रही है।

विकीलीक्स के मुताबिक सीआइए (सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी) ने इस साइबर जासूसी के लिए अमेरिका की टेक्नोलॉजी प्रोवाइडर कंपनी क्रॉस मैच टेक्नोलॉजीज द्वारा तैयार टूल डिवाइस के जरिए आधार डेटा चुराया है। हालांकि, आधिकारिक सूत्रों ने इन दावों को सिरे से खारिज किया है।

विकिलीक्स ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शुक्रवार को ट्वीट करके एक लेख शेयर किया जिसमें डाटा चोरी किए जाने की जानकारी दी गई है। इस ट्वीट के मुताबिक, इस साइबर जासूसी के लिए टेक्नोलॉजी ईजाद करने वाली क्रॉस मैच वही अमेरिकी कंपनी है, जो आधार की रेगुलेटरी बॉडी यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) को बायोमीट्रिक टेक्नोलॉजी उपलब्ध कराती है और इसी कंपनी ने देश भर के 1.2 मिलियन भारतीयों के आधार कार्ड के लिए डाटाबेस इकठ्ठा किए थे।

ट्वीट में लिखा है, "क्या सीआईए के जासूस भारत के राष्ट्रीय पहचान डेटाबेस को चुरा चुके हैं?" एक अन्य ट्वीट में लिखा, "क्या सीआइए ने भारत का आधार डेटाबेस चुरा लिया है?"

हालांकि आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट विकीलीक्स ने लीक नहीं की है, बल्कि ये एक वेबसाइट की रिपोर्ट है।


 

 

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