इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को तेहरान के उत्तर-पूर्वी लविज़ान में एक भूमिगत बंकर में स्थानांतरित कर दिया गया है। ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, खामेनेई के साथ उनके बेटे मोजतबा सहित परिवार के सभी सदस्य भी बंकर में हैं। यह कदम इजरायल के शुक्रवार, 13 जून को शुरू हुए हवाई हमलों के बाद उठाया गया, जिसमें ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया गया।
इजरायल ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत तेहरान और अन्य क्षेत्रों में हमले किए, जिसमें शीर्ष सैन्य कमांडरों और परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या की गई। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, चार दिनों में 224 लोग मारे गए, जिनमें 90% नागरिक थे। जवाब में, ईरान ने ‘ट्रू प्रॉमिस 3’ ऑपरेशन के तहत तेल अवीव पर सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिसमें 14 लोग मारे गए और 390 घायल हुए। खामेनेई ने इजरायल को “कठोर सजा” की चेतावनी दी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रविवार को मशहद पर इजरायली हमला खामेनेई के लिए चेतावनी था कि वह कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। सूत्रों का दावा है कि इजरायल पहले ही रात को खामेनेई को निशाना बना सकता था, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस योजना को वीटो कर दिया। ट्रम्प ने ईरान को दो महीने की मोहलत दी थी कि वह अपने यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम को बंद करे, जिसे खामेनेई ने ठुकरा दिया।
ईरान ने इजरायल के हमलों को “आवासीय क्षेत्रों पर अपराध” करार दिया और जवाब में “नरक के द्वार खोलने” की धमकी दी। वैश्विक नेता, जो कनाडा में बैठक कर रहे हैं, इस संघर्ष के क्षेत्रीय युद्ध में बदलने की आशंका से चिंतित हैं। भारत ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए हेल्पलाइन जारी की है। खामेनेई की बंकर में मौजूदगी और ईरान की सैन्य कमजोरी ने देश में आंतरिक असंतोष को बढ़ावा दिया है।