Advertisement

अमेरिकी हस्तक्षेप पर खामेनेई की ट्रंप को चेतावनी, ईरान कभी आत्मसमपर्ण नहीं करेगा

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व वाली...
अमेरिकी हस्तक्षेप पर खामेनेई की ट्रंप को चेतावनी, ईरान कभी आत्मसमपर्ण नहीं करेगा

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व वाली अमेरिकी सरकार को चेतावनी दी है कि ईरान-इजरायल युद्ध में किसी भी अमेरिकी सैन्य हस्तक्षेप के “अपूरणीय परिणाम” होंगे। एक टेलीविजन संबोधन में, खामेनेई ने ट्रम्प के “बिना शर्त समर्पण” की मांग को “अश्लील” करार दिया और कहा, “ईरान का राष्ट्र कभी समर्पण नहीं करेगा, और अमेरिकियों को यह जानना चाहिए कि उनका कोई भी सैन्य हस्तक्षेप गंभीर क्षति का कारण बनेगा।”

इजरायल ने 13 जून को ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमले शुरू किए, जिसमें 585 लोग मारे गए और 1,326 घायल हुए। जवाब में, ईरान ने तेल अवीव और हाइफा पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिसमें 24 लोग मारे गए। खामेनेई ने एक्स पर पोस्ट किया, “जंग शुरू हो चुकी है,” और इजरायल को “आतंकवादी जायोनी शासन” कहकर सख्त जवाब देने की कसम खाई।

ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर दावा किया कि अमेरिका के पास ईरानी हवाई क्षेत्र पर “पूर्ण नियंत्रण” है और वह खामेनेई का ठिकाना जानते हैं, लेकिन “फिलहाल” उन्हें निशाना नहीं बनाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह नहीं चाहते कि मिसाइलें नागरिकों या अमेरिकी सैनिकों पर दागी जाएं। ट्रम्प ने इजरायल की खामेनेई की हत्या की योजना को वीटो कर दिया, यह कहते हुए कि इससे क्षेत्रीय संकट और गहरा सकता है।

खामेनेई ने इजरायल के हमलों को “बड़ा अपराध” बताया और कहा कि उनका देश “जायोनियों को कोई दया नहीं दिखाएगा।” उन्होंने यह भी दावा किया कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है, हालांकि अमेरिकी खुफिया का कहना है कि ईरान परमाणु हथियार से तीन साल दूर है। यह युद्ध क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा बन रहा है, और जी7 नेताओं ने इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad