बलविंदर जीत सिंह को छह नवंबर के इस हमले में गंभीर चोटें आई थीं। जिस समय उन्हें अस्पताल ले जाया गया था, तब उनका चेहरा बिगड़ चुका था और उनकी आंख में संक्रमण हो गया था। उन्हें इससे उबरने में कई सप्ताह लग गए थे। इंगलवुड डिस्टिक्ट के अटॉर्नी कार्यालय ने सिंह पर हमला बोलने और उन्हें आतंकी एवं आत्मघाती हमलावर कहकर पुकारने वाले के सी. टॉर्ड के खिलाफ कल घृणा अपराध का मामला दर्ज किया। टॉर्ड ने भी सिंह पर आरोप लगाया कि जिस समय वह उसे क्रूरतापूर्वक मार रहा था, उस समय सिंह ने बस का अपहरण करने की कोशिश की थी।
सिख अधिकारों की बात करने वाले सिख कोएलिशन ने एक बयान में कहा कि स्थानीय पुलिस सिंह के खिलाफ इस्तेमाल किए गए घृणित शब्दों पर शुरूआत में गौर करने में विफल रही। उसने इस अपराध को एक साधारण हमला माना। जनवरी में सिख कोएलिशन के कानूनी दल ने हस्तक्षेप करते हुए लॉस एंजिलिस के काउंटी शेरिफ के विभाग से अनुरोध किया कि वह इस मामले की जांच घृणा अपराध के रूप में करे। इंगलवुड डिस्टिक्ट के अटॉर्नी कार्यालय ने टार्ड के खिलाफ वाहन चालक पर प्रहार का आपराधिक मामला दर्ज किया और साथ ही घृणा अपराध से जुड़ा भी एक मामला दर्ज किया।
सिंह ने कहा, मुझपर हमला मेरी सिख पहचान के कारण किया गया और मैं आभारी हूं कि अधिकारियों ने मेरे मामले पर दोबारा गौर किया और हमलावर के खिलाफ अंतत: घृणा अपराध के आरोप लगाए गए। अधिकार समूह ने कहा कि हाल के महीनों में, चूंकि घृणित राजनीतिक बयानबाजी बढ़ी है, इस कारण घृणा अपराधों में भी नाटकीय ढंग से बढ़ोत्तरी हुई है और इसका खामियाजा सिख समुदाय को सबसे अधिक भुगतना पड़ा है। सिख कोएलिशन की वरिष्ठ स्टाफ अटॉर्नी गुरजोत कौर ने कहा, सिख पगड़ी न्याय और समानता का प्रतीक है। इसका जश्न मनाना चाहिए न कि इससे डरना चाहिए और हम अपने देश में घृणा अपराधों की समस्या से निपटने के लिए जरूरी कदमों के बारे में कानून प्रवर्तन एजेंसियों और अमेरिकी नागरिकों को शिक्षित करना जारी रखेंगे।