मालदीव की एक राजनेता मरियम शिउना की एक टिप्पणी ने फिर से भारत और मालदीव के बीच कूटनीतिक विवाद को जन्म दे दिया। एक पोस्ट में वो तिरंगे को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की लेकिन बाद में उन्होंने लिए माफी भी मांगी। दरअसल मरियम इस साल की शुरुआत में भारतीय राजनीतिक नेतृत्व को निशाना बनाने वाले सोशल मीडिया पोस्ट के लिए निलंबित किए गए तीन उप मंत्रियों में से एक हैं।
शिउना ने विवाद बढ़ने के बाद हालिया पोस्ट को डिलीट कर लिया और ये साफ किया कि उनका भारत या देश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने लिखा कि मैं अपने हालिया पोस्ट के कारण उत्पन्न किसी भी भ्रम या अपराध के लिए अपनी ईमानदारी से माफ़ी मांगती हूं। यह मेरे ध्यान में लाया गया था कि मेरे द्वारा इस्तेमाल की गई तस्वीर भारतीय ध्वज से मिलती जुलती थी। मैं यह स्पष्ट करना चाहती हूं कि यह पूरी तरह से अनजाने में हुआ था। भविष्य में, मैं इस तरह की चूक को रोकने के लिए अपने द्वारा साझा की जाने वाली कंटेंट को सत्यापित करने में अधिक सतर्क रहूंगी।
उन्होंने कहा कि छवि का उद्देश्य विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) पर कटाक्ष करना था। गौरतलब है कि द्वीपसमूह राष्ट्र में 21 अप्रैल को संसदीय चुनाव होंगे। वहीं, राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़ू की सत्तारूढ़ पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) से जुड़े निलंबित उप-मंत्री ने कहा, "मालदीव अपने संबंधों और भारत के साथ हमारे आपसी सम्मान को बहुत महत्व देता है।" विपक्षी एमडीपी के अभियान पोस्टर को लक्षित करने वाले हटाए गए पोस्ट में, विपक्षी पार्टी के लोगो को अशोक चक्र जैसा दिखने वाले चिह्न से बदल दिया गया था।
जनवरी में, शिउना और उनके दो सहयोगियों - अब्दुल्ला महज़ूम मजीद और मालशा शरीफ़- को मुइज़ू सरकार द्वारा निलंबित कर दिया गया था।