रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग अब खतरनाक मोड़ लेती जा रही है। यूक्रेन से हो रहे युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्ध में उन विदेशी लड़ाकों को मंजूरी दे दी है, जो स्वेच्छा से यूक्रेन के खिलाफ रूस के लिए युद्ध लड़ेंगे। पुतिन ने यह संकेत दिया है कि मिडिल ईस्ट के उन लड़ाकों को
रूसी सेना में शामिल कर यूक्रेन के खिलाफ मैदान में उतारेंगे, जिन्हें सीरिया के तरफ आईएसआईएस से लड़ने की ट्रेनिंग हासिल है। वैश्विक न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने यह दावा किया है।
दरअसल, रूस ने कुछ दिनों पहले पश्चिमी देशों के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा था कि यूक्रेन को समर्थन करने के लिए पश्चिमी देशों ने अपने सैनिकों की संख्या को बढ़ा दी है। रूस ने अपने दावे में कहा था कि यूके, लातविया, पोलैंड और क्रोएशिया ने ऑफिशियली अपने लड़ाकों को यूक्रेन भेजें है, ताकि युद्ध में रूस को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुचाया जा सके।
यही नहीं, रूसी दूतावास ने यह भी दावा किया था कि अमेरिका युद्ध में निजी सैन्य संगठनों की भर्ती कर रहा है, जिसके लिए वो एकेडेमी, क्यूबिक और डायनकॉर्प के सम्पर्क में है। इसके अलावा रूस ने जर्मन और फ्रांस लड़ाकों के भी यूक्रेन के तरफ से युद्ध में शामिल होने की उम्मीद जताई थी।