नाइजीरिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ नाइजर (जीसीओएन) से सम्मानित करेगा। प्रधानमंत्री मोदी यह सम्मान पाने वाले दूसरे विदेशी गणमान्य हैं। महारानी एलिजाबेथ एकमात्र विदेशी गणमान्य हैं जिन्हें 1969 में जीसीओएन से सम्मानित किया गया था।
यह किसी देश द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को दिया जाने वाला 17वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार होगा। प्रधानमंत्री मोदी रविवार को तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में नाइजीरिया पहुंचे।
प्रधानमंत्री मोदी के आगमन पर, संघीय गणराज्य नाइजीरिया की राजधानी अबुजा में संघीय राजधानी क्षेत्र मंत्री न्येसोम एज़ेनवो वाइक ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
वाइक ने प्रधानमंत्री मोदी को अबुजा शहर की चाबी भेंट की। यह चाबी नाइजीरिया के लोगों द्वारा प्रधानमंत्री को दिए गए भरोसे और सम्मान का प्रतीक है। प्रधानमंत्री दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए नाइजीरिया में द्विपक्षीय चर्चा करेंगे।
बयान में कहा गया है, "राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू के निमंत्रण पर यह नाइजीरिया की मेरी पहली यात्रा होगी, जो पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्र में हमारा करीबी साझेदार है। मेरी यात्रा हमारी रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने का एक अवसर होगी जो लोकतंत्र और बहुलवाद में साझा विश्वास पर आधारित है। मैं भारतीय समुदाय और नाइजीरिया के मित्रों से मिलने के लिए भी उत्सुक हूं, जिन्होंने मुझे हिंदी में गर्मजोशी से स्वागत संदेश भेजे हैं।"
भारत और नाइजीरिया के बीच मधुर, मैत्रीपूर्ण और गहन द्विपक्षीय संबंध हैं। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा 17 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली नाइजीरिया यात्रा है।
भारत दो मोर्चों पर नाइजीरिया का विकास साझेदार बनकर उभर रहा है - रियायती ऋण के माध्यम से विकास सहायता प्रदान करके तथा क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करके।
भारत और नाइजीरिया 2007 से ही रणनीतिक साझेदार हैं और इनके बीच आर्थिक, ऊर्जा और रक्षा सहयोग बढ़ रहा है। 200 से ज़्यादा भारतीय कंपनियों ने नाइजीरिया के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में 27 बिलियन अमेरिकी डॉलर से ज़्यादा का निवेश किया है। भारत और नाइजीरिया के बीच विकास सहयोग की मज़बूत साझेदारी भी है।
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री भारत और नाइजीरिया के बीच रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा करेंगे तथा द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए आगे के उपायों पर चर्चा करेंगे।