रूस और यूक्रेन जल्द ही अपनी शांतिवार्ता को आगे बढ़ाने वाले हैं। दोनों देशों के बीच तीसरे दौर की शांति-वार्ता अगले हफ्ते शुरू हो सकती है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी। पेसकोव ने कहा कि क्रेमलिन के सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की, जो रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, अपने यूक्रेनी समकक्ष के संपर्क में हैं।
दोनों देशों के बीच युद्ध करीब तीन सालों से चल रहा है और अब तक हजारों जिंदगियां तबाह हो चुकी हैं। इन तीन वर्षों में अब तक कोई ठोस बातचीत नहीं हो पाई थी, लेकिन मई में दोनों देश इस युद्ध को रोकने को लेकर सहमत होते दिखे। अब तक दोनों देश इस्तांबुल में दो बार मिल चुके हैं। पहली शांतिवार्ता 16 मई और दूसरी 2 जून को हुई थी। हालांकि, दोनों देश अब तक कोई ठोस समाधान निकालने में विफल रहे हैं।
रूस का कहना है कि वह सिर्फ इस युद्ध को रोकना नहीं चाहता, बल्कि इसे पूरी तरह खत्म करना चाहता है। हालांकि, रूस ने युद्ध के दौरान जिन यूक्रेनी क्षेत्रों पर कब्जा किया है, उन्हें वापस करने पर सहमति नहीं जताई है। वहीं यूक्रेन का मानना है कि शांतिवार्ता के लिए यह सबसे अहम मुद्दा है।
हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच हमले और तीव्र हो गए हैं। 1 जून को यूक्रेन ने रूस के भीतर ड्रोन हमला किया, जिसमें रूस के कई न्यूक्लियर-कैपेबल वार फ्लीट तबाह हो गए। रूस ने इस हमले को आतंकवादी हमला बताया और गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी दी। इसके बाद रूस ने यूक्रेन पर कई बड़े हवाई हमले किए हैं।