सबीन एक बुक स्टोर, द सैकंड फ्लोर की निदेशक थीं। जहां मानवाधिकार मुद्दों पर विचार विमर्श आयोजित किया जाता था। जिसमें छात्र, सामाजिक कार्यकर्ता और वकील आदि पाकिस्तान में जारी मसलों पर चर्चा करते थे।
सबीना महमूद पर करीब से चार गोलियां दागी गईं। उनके कंधे, छाती और पेट में गोलियां लगीं। उन्हें रात 9.40 पर नेशनल मेडिकल सेंटर अस्पताल ले जाता गया। डॉक्टरों का कहना था कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही वह दम तोड़ चुकी थीं। महमूद उक्त कार्यक्रम में अपनी मां के साथ गईं थीं। गोलियां लगने से उनकी मां भी घायल हुईं। लेकिन वह खतरे से बाहर हैं।