इस्लामाबाद में पाकिस्तान की संसद के सामने मंगलावार को सैकड़ों बैनर लगे दिखाई दिए। इन बैनरों में पाक अधिकृत कश्मीर और बलूचिस्तान पर कब्जा करने को लेकर भारतीय सांसदों के बयानों का उल्लेख था। जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और विभाजित करने के फैसले के बाद बहस के दौरान भारतीय संसद में इस तरह के बयान दिए गए थे। महा भारत यानी अखंड भारत के शीर्षक वाले इन बैनरों को हटाकर पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
भारत ने सोमवार को कहा था कि कश्मीर उसका आंतरिक मुद्दा है। सरकार ने विशेष दर्जा खत्म करके विभाजित कर दिया। पाकिस्तान ने भारत के इस कदम की कड़ी निंदा की है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से दखल देने की मांग की है।
बैनर में शिव सेना सांसद के बयान का उल्लेख
इस्लामाबाद में सैकड़ों बैनर पाकिस्तानी संसद और प्रधानमंत्री इमरान खान के निवास स्थान से 100-200 मीटर की दूरी पर सड़क के खंभों पर लगे दिखाई दिए। इन बैनरों में महा भारत के शीर्षक के साथ इसके बारे में उल्लेख किया गया है। पाकिस्तान और बांग्लादेश को मिलाकर अखंड भारत की परिकल्पना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की है। बैनर में शिव सेना के सांसद संजय राउत की टिप्पणी का उल्लेख किया गया है।
जानकारी मिलते ही एजेंसियां बैनर हटाने में जुटीं
ये बैनर इस्लामाबाद के व्यस्ततम क्षेत्र सेक्टर एफ6 में नेशनल प्रेस कांफ्रेंस के सामने सड़क किनारे बिजली खंभों पर लगाए थे। कहा जा रहा है कि ये बैनर बुधवार के तड़के लगाए गए। स्थानीय लोगों ने सबसे पहले उस समय इन बैनरों को देखा जब वे सुबह काम के लिए जा रहे थे। सबसे पहले बैनर देखने वालों में शामिल व्यापारी साजित महमूद ने इसका वीडियो बना लिया और ट्विटर और फेसबुक पर पोस्ट कर दिया। दो मिनट का वोडियो पोस्ट करते ही वायरल हो गया। इसके तुरंत कानून व्यवस्था की जिम्मेदार एजेंसियां हरकत में आ गई और पोस्टर हटाने में जुट गईं।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की
पुलिस अधीक्षक आमिर खान ने बताया कि राजधानी क्षेत्र की पुलिस ने बैनर हटा दिए हैं और लगाने वाले को पकड़ने के लिए जांच शुरू कर दी है। पुलिस कमिश्नर के प्रवक्ता ने कहा कि दोषियों की पहचान करने के बाद इसकी जानकारी दी जाएगी। बैनर लगने की जानकारी मिलने पर नाराज निवासियों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया कि आखिर इतने व्यस्त क्षेत्र में कोई इस तरह के बैनर कैसे लगा गया। एक निवासी साजिद अली ने कहा कि यह पुलिस की बड़ी विफलता है। राष्ट्र विरोधी बैनर लगाने वाले लोगों को पुलिस पकड़ नहीं पाई।
पुलिस ने पत्रकारों को फोटो, वीडियो लेने से रोका
जब पत्रकार बैनर के फोटो लेने के लिए मौके पर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। पुलिस ने कई पत्रकारों को वीडियो डिलीट करने को मजबूर कर दिया जबकि कुछ वीडियो फुटेज लेने में सफल हो गए। हालांकि पत्रकारों ने पुलिस के इस व्यवहार पर नाराजगी जताई है।
प्रिटिंग प्रेस संचालक गिरफ्तार, गुजरांवाला से मिला था ऑर्डर
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस घटना का संज्ञान लिया है और अधिकारियों को पूरे मामले गहराई से जांच करने के निर्देश दिए हैं। पाक के समाचार पत्र डॉन ने रिपोर्ट दी है कि पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। माना जा रहा है कि बैनर लगाने के लिए वह जिम्मेदार है। शुरुआती पूछताछ में पता चला कि वह प्रिंटिंग व्यवसाय से जुड़ा है और उसे गुजरांवाला के किसी निवासी से बैनर छापने के लिए ऑर्डर मिला था। पुलिस ने इस्लामाबाद में ही स्थित उसके प्रिंटिंग प्रेस को सील कर दिया और उसे पूछताछ के लिए अज्ञात स्थान पर ले गई है।