पाकिस्तान की तरफ अचानक बढ़े प्रधानमंत्री मोदी के कदम के बाद दोनों देशों के रिश्तों में जमी बर्फ के पिघटने की उम्मीद की जा रही है। लेकिन सरताज अजीज के इस बयान से इन उम्मीदों को झटका लग सकता है।
रेडियो पाकिस्तान के करंट अफेयर्स कार्यक्रम में अजीज ने दोनों देशों के बीच शांति की संभावना को लेकर कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच सभी मुद्दों के तुरंत हल की उम्मीद करना सही नहीं होगा। उन्होंने कहा, और इसलिए शुरूआत में नियंत्रण रेखा के पार रहने वाले लोगों को राहत प्रदान करने के लिए नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने और शांति बनाए रखने पर ध्यान दिया जाएगा। अजीज ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच जनवरी में होने वाली समग्र वार्ता में कश्मीर सहित सभी प्रमुख मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कल लाहौर में दोनों देशों के प्रधानमंत्रिायों की बैठक में फैसला लिया गया कि दोनों देशों के विदेश सचिव सभी मुद्दों पर बातचीत के ब्यौरे तय करने के लिए मध्य जनवरी में बैठक करेंगे। एक सवाल के जवाब में अजीज ने कहा कि प्रधानमंत्री शरीफ की नीति सभी पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंधों को बढ़ावा देना है क्योंकि यह क्षेत्रीय संपर्क एवं ऊर्जा संकट के हल के उद्देश्य वाली परियोजनाओं से फायदा हासिल करने की एक शर्त है।
उतार-चढ़ाव से भरे भारत-पाक संबंधों में नाटकीयता का एक तत्व डालते हुए प्रधानमंत्री मोदी कल अफगानिस्तान से लौटते समय लाहौर में रूके थे और वहां उन्होंने शरीफ को उनके 66वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और उनके साथ बैठक की।
- एजेंसी इनपुट