श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने शुक्रवार शाम राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना के समक्ष प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। श्रीलंकाई मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने रणिल विक्रमसिंघे की जगह ली है।
यूनाइटेड पीपल्स फ्रीडम अलायंस (UPFA) के सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद ये फैसला लिया गया है।
यूपीएफए के जनरल सेक्रेट्री महिंदा अमरवीरा ने बताया कि संसद के स्पीकर्स को लिखित नोट के जरिए इसकी सूचना दे दी गई है। राष्ट्रपति सिरिसेना की श्रीलंका फ्रीडम पार्टी (SLFP) और रानिल विक्रमसिंघे की यूनाइटेड नेशनल पार्टी (UNP) ने साल अगस्त 2015 में साथ मिलकर आम चुनाव लड़ा था।
हालांकि पिछले कुछ महीनों में गठबंधन में काफी खींचतान की खबरें आ रही थीं। दोनों ही पार्टियों को बीती फरवरी में हुए स्थानीय चुनावों में बुरी हार का सामना करना पड़ा था। सिरिसेना के समर्थक अप्रैल में विक्रमसिंघे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लेकर आए थे हालांकि सरकार गिराने में कामयाब नहीं हो पाए थे।
बता दें कि, हाल ही में श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने भारत की खुफिया एजेंसी रॉ पर अपनी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था लेकिन बाद में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और स्पष्टीकरण दिया कि ऐसा कुछ नहीं था।