पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह विकासशील देशों को कर्ज के जरिए राहत पहुंचा कोविड-19 की जंग में उनकी मदद करें। पाकिस्तान मे इस कोरोना मरीजों की संख्या 5,230 है। इमरान ने रविवार को एक वीडियो मैसेज के जरिए यह अपील की है। इमरान का कहना है कि वित्तीय कमी के चलते कोरोना वायरस को रोकने की कोशिशें नाकाम हो रही हैं। इसी समय लोगों को भी मदद की जरूरत है।
इमरान ने ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो संदेश में दुनिया के वित्तीय संस्थानों से अपील की है कि इस संकट की घड़ी में उन्हें पाकिस्तान जैसे कर्ज में डूबे देशों के लिए एक अभियान चलाना चाहिए। इस अभियान के तहत विकासशील देशों का कर्ज माफ़ किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान जैसी कर्ज में डूबी अर्थव्यवस्थाएं कोरोना महामारी से मुकाबला करने में वित्तीय तौर पर सक्षम नहीं हैं। दुनिया की बड़ी संस्थाओं को इन देशों की मदद के लिए आगे आना चाहिए और कर्जमाफी का अभियान शुरू करना चाहिए।
इमरान बोले- कोविड-19 सबसे बड़ी चुनौती
इमरान ने कहा कि कर्ज राहत में वैश्विक पहल सभी लोगों को एक मंच पर साथ लेकर आएगी और इससे स्वास्थ्य और आर्थिक प्रतिक्रिया में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने इस बात की तरफ भी ध्यान दिलाया कि कोविड-19 ने दुनिया के सामने असाधारण आर्थिक और स्वास्थ्य चुनौतियां पैदा कर दी है।
दुनिया भर में आर्थिक मंदी है
इमरान ने कहा कि दुनिया भर में आर्थिक मंदी है और इसकी वजह से हर तरफ निराशा का माहौल है। उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते कई तरह की घोषणाएं कई सेक्टर्स जैसे यूनाइटेड नेशंस (यूएन), अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) और वर्ल्ड बैक की तरफ से की गई है। इसमें आईएमएफ की तरफ से 1.4 बिलियन डॉलर की मदद और वर्ल्ड बैंक की तरफ से एक बिलियन डॉलर की मदद भी शामिल है।
इमरान खान ने इसके साथ ही यह जानकारी भी दी कि उनकी सरकार से आठ बिलियन डॉलर का पैकेज पाकिस्तान में ऐसे लोगों के लिए तय किया है जिन पर खतरा सबसे ज्यादा है। पाकिस्तान के पंजाब में कोरोना के 2,464 केस, सिंध में 1,411, खैबर पख्तूनख्वां में 744, बलूचिस्तान में 228, गिलगित बाल्टीस्तान में 224, इस्लामाबाद में 119 और पीओके में 40 मरीज हैं।
पाकिस्तान में भुखमरी के हालात
बता दें कि इससे कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान ने पीएम नरेंद्र मोदी के बनाए सार्क कोविड-19 फंड से कोरोना से लड़ाई के नाम पर पैसों की मांग की थी। अब इमरान खान ने विश्व समुदाय से गुहार लगाई है कि अगर जल्दी पाकिस्तान की मदद नहीं की गयी तो लोग कोरोना नहीं बल्कि भूख से मरना शुरू हो जाएंगे। इमरान खान ने कहा कि वह यूनाइटेड नेशंस के जनरल सेक्रेटरी से यह गुजारिश करते हैं कि विकसित देशों के लिए सहायता करें ताकि वह कोरोना वायरस की चुनौतियों से बाहर निकल सके।
इमरान ने कहा- मैं आज वैश्विक समुदाय से कह रहा हूं कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में दो नीतियां अपनाई जा रही हैं। विकसित देश पहले अपने यहां पर लॉकडाउन कर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और इस लॉकडाउन से हुए वित्तीय नुक्सान से निपटने के लिए अर्थव्यवस्था में पैसा लगा रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान जैसे विकासशील देश ये सब करने में समर्थ नहीं हैं और यहां लॉकडाउन की वजह से अब भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं।