कराची के पाक कॉलोनी में गुरूवार को बारा रोड के नजदीक गार्डन ईस्ट के निवासी डॉक्टर प्रीतम लखवानी को सीने में गोली मारी गई। लखवानी को अब्बासी शहीद अस्पताल ले जाया गया और बाद में उन्हें आगा खान यूनिवर्सिटी अस्पताल ले जाया गया जहां पर शुक्रवार को उनकी मौत हो गई। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने लखवानी के बेटे राकेश कुमार के हवाले से बताया कि जिस समय उन पर हमला किया गया वह अपने क्लिनिक से घर लौट रहे थे। कुमार ने बताया, किसी ने मेरे पिता के फोन से मुझे फोन किया और मुझे बताया कि उनकी हत्या कर दी गई है। मृतक के पुत्र ने कहा कि उनके पिता की किसी से व्यक्तिगत रंजिश नहीं थी और न ही उन्हें कोई धमकी भरा फोन आया था।
लखवानी पिछले 15 सालों से क्लिनिक चला रहे थे। पुलिस हत्या के पीछे का कारण पता लगा रही है। लखवानी का क्लिनिक एक रिहायशी इलाके में स्थित है और यह घटना उस समय हुई जब इलाके में बिजली चली गई थी। पुलिस ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हत्या के पीछे कौन था जिसके बारे में माना जा रहा है कि यह योजनाबद्ध हत्या थी। पुलिस अधिकारी मोहम्मद हसनैन ने बताया कि किसी ने भी अपराधी या अपराधियों को नहीं देखा। उन्होंने कहा, हमें अभी यह नहीं पता चला है कि हत्या में एक से अधिक अपराधी शामिल हैं या नहीं। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच चल रही है। इस बीच, मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट मॉइनोरिटी के विधायक संजय परवानी ने लखवानी की हत्या को धर्म से प्रेरित हत्या करार दिया है।