भारत-चीन के बीच दो महीने से भी ज्यादा समय से चल रहा डोकलाम विवाद सुलझता दिख रहा है। भारत और चीन दोनों ही अपनी-अपनी सेना हटाने को तैयार हो गए हैं। लगभग तीन महीने से दोनों देशों की सेनाएं डोकलाम में डटी हुई थीं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, रवीश कुमार ने इस फैसले पर विदेश मंत्रालय का बयान ट्वीट किया है।
MEA Press Statement on Doklam Disengagement Understanding pic.twitter.com/fVo4N0eaf8
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) August 28, 2017
भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया, "हाल के हफ्तों में डोकलाम को लेकर भारत और चीन ने कूटनीतिक बातचीत जारी रखी है। इस बातचीत में हमने एक दूसरे की चिंताओं और हितों पर बात की। इस आधार पर डोकलाम पर जारी विवाद को लेकर हमने सीमा से सेना हटाने का फैसला किया है और इस पर कार्रवाई शुरू हो गई है।"
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह ब्रिक्स समिट में शामिल होने के लिए चीन जाने वाले हैं। उनके दौरे से ठीक पहले इसे भारत की कूटनीतिक जीत माना जा रहा है।
गौरतलब है कि यह पूरा विवाद जून के महीने में तब शुरू हुआ था, जब चीन ने भूटान के इलाके डोकलाम में घुसकर सड़क निर्माण का काम शुरू किया था। चीन डोकलाम को अपना इलाका बताता है लेकिन भारत और भूटान चीन के इस दावे को नहीं मानते। भारत के सैनिकों ने इस पर आपत्ति जताते हुए सड़क निर्माण के काम को बंद करवा दिया था। इसी घटना के बाद दोनों देशों के बीच डोकलाम विवाद की शुरुआत हुई। तब से दोनों के बीच तनाव बढ़ गया था।