विदेश सचिव एस. जयशंकर ने कहा कि भारत नेपाल के साथ अपने बहुआयामी और परस्पर लाभदायक रिश्तों को प्रगाढ़ बनाने के प्रति प्रतिबद्ध है और शांति एवं स्थिरता की नेपाली जनता की आकांक्षाओं की हिमायत करता है।
त्रिभुवन अंतरराष्टीय हवाई अड्डे पहुंचने पर जयशंकर ने कहा कि उनकी यह यात्रा उनकी सार्क देशों की यात्रा का एक हिस्सा है और यह दिखाता है कि भारत सरकार नेपाल के साथ अपने रिश्तों को कितनी अहमियत देती है।
उन्होंने कहा, पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेपाल की ऐतिहासिक यात्रा के बाद हमारे द्विपक्षीय सहयोग में जो प्रगति हुई है यहां अपने प्रवास के दौरान मेरी कोशिश उसकी समीक्षा करने की होगी।
विदेश सचिव ने कहा कि भारत पड़ोसी पहले की नीति के तहत नेपाल के साथ अपने बहुआयामी एवं परस्पर लाभदायक रिश्तों को प्रगाढ़ करने के प्रति प्रतिबद्ध है।
जयशंकर ने कहा, हम शांति, स्थिरता, खुशहाली और प्रगति की नेपाल की जनता की आकांक्षा की हिमायत करते हैं।
विदेश सचिव ने आज अपने नेपाली समकक्ष शंकर बैरागी के साथ एक द्विपक्षीय बैठक की। उन्होंने विदेश मंत्रालय में विदेश मंत्री महेंद्र पांडेय से मुलाकात की।
विदेश मंत्रालय सूत्रों के अनुसार उच्च स्तरीय बैठकों के दौरान दोनों पक्षों ने परस्पर हित से जुड़े द्विपक्षीय सहयोग एवं मामलों पर चर्चा की।
बैठक के बाद पांडेय ने पत्रकारों को बताया कि चर्चा के दौरान जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के लिए भारत की उम्मीदवारी पर नेपाल का समर्थन मांगा।
उन्होंने बताया कि दोनों पक्ष प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री की नेपाल यात्रा के दौरान किए गए फैसलों के क्रियान्वयन की रफ्तार तेज करने पर राजी हुए।
यात्रा के दौरान जयशंकर नेपाल के राष्ट्रपति राम बरन यादव एवं प्रधानमंत्री सुशील कोइराला और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने वाले हैं।
वह नेपाल की एकीकृत कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी के प्रमुख प्रचंड से उनके निवास पर मुलाकात करने वाले हैं।
जयशंकर स्वदेश वापसी से पहले हवाई अड्डे पर मीडिया को संबोधित करेंगे।