अचानक हुए एक घटनाक्रम के तहत भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने आतंकवाद और जम्मू कश्मीर सहित व्यापक मुद्दों पर आज बैंकाक में वार्ता की तथा रचनात्मक संपर्क को आगे बढ़ाने पर राजी हुए। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नसीर जंजुआ ने शांति और सुरक्षा तथा नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर शांति सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की। वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने एक संयुक्त प्रेस बयान जारी किया जिसमें कहा गया, भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के बीच पेरिस में हुई मुलकात को आगे बढाते हुए दोनों एनएसए ने बैंकाक में आज बैठक की। उनके साथ दोनों देशों के विदेश सचिव भी थे। बयान के मुताबिक चर्चा एक स्पष्ट, सौहार्दपूर्ण और रचनात्मक माहौल में हुई। शांतिपूर्ण स्थिर और समृद्ध दक्षिण एशिया के दोनों नेताओं के दृष्टिकोण से वे दिशानिर्देशित हुए।
जैसा कि बताया गया इस बैठक में चर्चा में एलओसी पर शांति सहित आतंकवाद, शांति और सुरक्षा, जम्मू कश्मीर और अन्य मुद्दे शामिल रहे। रचनात्मक संपर्क को आगे बढ़ाने पर सहमति बनी। यह बैठक एक बड़ी सफलता के तौर पर देखी जा रही है क्योंकि दोनों देश इस साल सितंबर में आरोप-प्रत्यारोप लगाने में लगे हुए थे जिसके चलते एनएसए स्तर की वार्ता रद्द हो गई थी। साथ ही, बातचीत की प्रक्रिया रूक गई जिसे आगे बढ़ाने के लिए रूसी शहर उफा में जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच सहमति बनी थी। दोनों प्रधानमंत्रियों की 30 नवंबर को पेरिस में एक संक्षिप्त लेकिन करीबी बातचीत हुई थी जहां वे दोनों जलवायु सम्मेलन में शरीक होने गए थे। बैंकाक की बैठक ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अगले हफ्ते इस्लामाबाद यात्रा का भी मार्ग प्रशस्त किया है जहां वह अफगानिस्तान पर एक बहुपक्षीय सम्मेलन में शरीक होंगी।