कश्मीर मुद्दे को उपमहाद्वीप के विभाजन के अधूरे एजेंडे का हिस्सा बताते हुए उन्होंने कहा कि यदि विश्व बिरादरी क्षेत्र में वास्तविक शांति चाहती है तो उसे लंबे समय से अटके पड़े इस मुद्दे को सुलझाने के लिए जरूर आगे आना चाहिए। सेना प्रमुख ने दावा किया कि भारत की जिद, नियंत्रण रेखा का उल्लंघन और पाकिस्तान के खिलाफ परोक्ष रणनीति क्षेत्र पर गलत असर डाल रही है। पाकिस्तान में सुरक्षा हालात के बारे में उन्होंने कहा कि आर्थिक बढ़त के लिए अनुकूल माहौल बन रहा है। उन्होंने साथ ही कहा कि देश में शांति के लिए प्रयास जारी रहेंगे।
जनरल राहील ने अफगानिस्तान के बारे में भी चर्चा की और संघर्ष पीड़ित पड़ोसी देश में ठोस एवं स्थायी शांति के लिए सभी प्रयासों में सहयोग का वादा किया। उन्होंने हालांकि इन प्रयासों में बाधा पैदा करने वालों को चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा, हम अफगानिस्तान में ठोस एवं स्थायी शांति के लिए समर्थन जारी रखेंगे लेकिन हमें खेल बिगाड़ने वालों से सावधान भी रहना है। जनरल शरीफ यूरोप यात्रा पर हैं जहां पहले उन्होंने जर्मनी में एक सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित किया और उसके बाद वह ब्रिटेन में सम्मेलनों को संबोधित करने एवं अधिकारियों से मुलाकात करने में व्यस्त हैं।