पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार देश में किसी भी हथियारबंद समूह को काम नहीं करने देगी। इमरान खान ने देश में आतंक और चरमपंथी समूहों के उत्थान के लिए पिछली सरकारों को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि किसी ने भी प्रतिबंधित व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
खान ने थारपारकर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय कार्ययोजना (एनएपी) के तहत हम पाकिस्तान में किसी भी हथियारबंद समूह को अनुमति नहीं देंगे। कोई देश ऐसा नहीं करता है। पाकिस्तान की सभी पार्टियों ने यह निर्णय लिया है। जब से हमारी सरकार सत्ता में आई है, हमने तय किया कि एनएपी को लागू करेंगे।
‘पाक की धरती आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं होगी’
जियो न्यूज के मुताबिक खान ने कहा, ‘पाकिस्तान की धरती को आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा’। इमरान की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद द्वारा 14 फरवरी के पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच तनाव बढ़ गया है। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 शहीद हुए थे। पुलवामा हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इस्लामाबाद पर दबाव बनाया है कि वह अपनी धरती पर मौजूद आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करे।
पाकिस्तान पर जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ ऐक्शन का दबाव
पुलवामा आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता सामने आने के बाद से पाकिस्तान पर उसके खिलाफ ऐक्शन का दबाव बन रहा है। यह आतंकी संगठन पाकिस्तान में सक्रिय रहा है। जैश का सरगना मसूद अजहर भारत की संसद और पठानकोट जैसे हमलों का मास्टरमाइंड रहा है।
‘पाक अल्पसंख्यकों के साथ खड़ा है, जबकि भारत में इनको निशाना बनाया जा रहा है’
इमरान खान ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के बारे में भी बात की और कहा कि उनका देश अल्पसंख्यकों के साथ खड़ा है, जबकि भारत में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लोगों के साथ खड़ी है और उनके साथ किसी तरह के अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेगी।
पाकिस्तान में यह सुनिश्चित कराना हमारी जिम्मेदारी है: खान
इमरान ने कहा कि इस पाकिस्तान में यह सुनिश्चित कराना हमारी जिम्मेदारी है कि अल्पसंख्यक समान नागरिक हैं और उनके साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा।
पुलवामा हमले के बाद आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई
इसके बाद पाकिस्तान ने इस सप्ताह के प्रारंभ में आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की और जैश के मसूद अजहर के भाई और बेटे को प्रतिबंधित आतंकी समूहों से संबद्ध अन्य 42 लोगों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने 121 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया है और आतंकी समूहों पर अपनी लगातार कार्रवाई करते हुए 182 मदरसों को बंद करा दिया है।