एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कराची में गुलिस्तां-ए-जौहर इलाके के सफोरा चोरंगी में मोटरसाइकिल पर सवार आठ सशस्त्र बंदूकधारियों ने एक बस पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी जिसमें कम से कम 41 यात्री मारे गए। लगभग 20 अन्य लोगों के गंभीर रूप से घायल होने के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। बचावकर्मियों ने घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया है। पुलिस ने बताया कि बंदूकधारियों ने इस खचाखच भरी बस को रोक लिया, और अंदर जाकर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन तालिबान और लश्कर-ए-झांगवी जैसी संगठन अक्सर इस तरह के हमलों को अंजाम देते रहे हैं। पुलिस और रेंजर्स घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
पुलिस ने बताया कि बस में 60 से अधिक लोग सवार थे। शिया इस्माइली समुदाय के लोगों को लेकर बस शहर के अल-अजहर गार्डन इलाके से आयशा मंजिल के करीब स्थित उनके धार्मिक स्थल की ओर जा रही थी। इस्माइली समुदाय शिया मुस्लिमों की एक शाखा है और वे बहुत ही शांतिप्रिय लोगों के रूप में जाने जाते हैं। यह हमला प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की काबुल यात्रा के एक दिन बाद हुआ है। यात्रा के दौरान शरीफ ने कहा था कि जो अफगानिस्तान का दुश्मन है वह पाकिस्तान का भी दुश्मन है। हाल के वर्षों में पाकिस्तान में विशेषकर अल्पसंख्यक शिया मुस्लिमों के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा बढ़ी है जो देश के मुस्लिमों की जनसंख्या का लगभग 20 प्रतिशत हैं।