जब सिंह सेरेना होटल में आयोजित सम्मेलन में पहुंचे तो खान वहां पदाधिकारियों का स्वागत करने के लिए दरवाजे पर ही खड़े थे। हाथ मिलाने के नाम पर दोनों नेताओं ने मुश्किल से एक दूसरे के हाथों को छुआ भर। यह औपचारिक तौर पर हाथ मिलाना भी नहीं था। इसके बाद सिंह सम्मेलन वाले हाॅल की ओर बढ़ गए।
इस सम्मेलन की कवरेज के लिए नई दिल्ली से आए भारतीय मीडिया के सदस्यों को इस क्षण की तस्वीरें लेने का मौका नहीं दिया गया। भारतीय मीडिया को पाकिस्तानी अधिकारियों से दूर ही रखा गया। इसके कारण भारत के एक वरिष्ठ अधिकारी और एक पाकिस्तानी अधिकारी के बीच कहासुनी भी हो गई। भारतीय अधिकारियों ने कहा कि हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद भारत-पाक रिश्तों में आया ठंडापन इस सम्मेलन में साफ तौर पर दिखाई दे रहा था।
इसी बीच, खान ने कहा कि पाकिस्तान दक्षेस की प्रक्रियाओं को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है और वह इसे एक सफल क्षेत्रीय संगठन के रूप में देखने की इच्छा रखता है। उन्होंने कहा, हमें इस बात का आकलन करना चाहिए कि हमने अब तक क्या हासिल किया है और क्या हासिल करना बाकी है। हमारे लिए समय आ गया है कि हम इस क्षण का सदुपयोग अपनी संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए करें। उन्होंने कहा, हमने दक्षेस की विभिन्न प्रक्रियाओं के प्रति ठोस योगदान किया है और करीबी क्षेत्रीय एकीकरण के लक्ष्य को विस्तार देने के लिए कई पहलें की हैं। भाषा एजेंसी