अपनी तरह का एक अलग कदम उठाते हुए पाकिस्तानी सेना आज अंतरराष्ट्रीय मीडिया को सीमा के निकट ले गई और वहां की स्थिति को बयां किया। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच नियंत्रण रेखा पर मौजूद पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों ने दावा किया कि उनकी सीमा के भीतर किसी तरह की कार्रवाई असंभव है। अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों को हेलीकाॅप्टर के जरिये नियंत्रण रेखा के पास उन स्थानों के निकट भी ले जाया गया जहां भारत ने आतंंकी शिविरोंं को निशाना बनाने की बात कही है।
इस दौरे में पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों के साथ सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल आसिम सलीम बाजवा भी थे। पाकिस्तान ने भारत के दावे से इंकार किया है और कहा है कि भारतीय सैनिकों ने 2003 के संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलाबारी की जिसमें उसके दो सैनिक मारे गए थे। जबकि भारत का दावा है कि उसके जवानों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है।
भारतीय सैनिकों की ओर से नियंत्रण रेखा को पार करना पाकिस्तान के लिए एक और बड़ा झटका है जो पहले भी साल 2011 में एेबटाबाद में अमेरिकी सैन्य बलों की कार्रवाई को लेकर शर्मिंदगी का सामना कर चुका है। उस वक्त अमेरिकी सुरक्षा बलों ने ओसामा को मार गिराया था। पाकिस्तानी सेना अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों को उस वक्त सीमा पर ले गई है जब भारतीय सेना प्रमुख दलबीर सिंह ने सैन्य अभियान में शामिल जवानों को बधाई दी। भारत ने पिछले दिनों कश्मीर स्थित उड़ी सैन्य शिविर पर हुए आतंकी हमले में 19 जवानों के मारे जाने के बाद यह कार्रवाई की है।