19वीं सदी में करीब 40 साल तक शासन करने वाले महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को दो व्यक्तियों ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में क्षतिग्रस्त कर दिया। जानकारी के मुताबिक लाहौर में शनिवार को प्रतिमा को तोड़ दिया गया। प्रतिमा तोड़ने के दोषी दोनों लोग एक कट्टरपंथी संगठन से संबंधित हैं।
इस जून में हुआ था अनावरण
इस नौ फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण इस साल जून में लाहौर फोर्ट में किया गया था। यह प्रतिमा कोल्ड ब्रोंज की बनी हुई थी। महाराजा रणजीत सिंह का निधन 1839 में हुआ था। उनकी प्रतिमा का अनावरण इस साल उनकी 180वीं पुण्य तिथि होने पर किया गया था।
कट्टरपंथी संगठन से जुड़े हैं आरोपी
पुलिस ने इस अपराध के संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार किया है और ईशनिंदा कानून के तहत उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इन दोनों आरोपियों के कट्टरपंथी मौलाना खादिम रिजवी के संगठन तहरीक-लब्बायक पाकिस्तान से जुड़े होने का संदेह है। भारत द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान में भारत विरोधी भावना और बढ़ गई हैं। कहा जाता है कि इन दोनों लोगों ने भारत के प्रति घृणा और गुस्से में मूर्ति को क्षति पहुंचाई।
मरम्मत कराई जाएगी
लाहौर फोर्ट की देखरेख के लिए जिम्मेदार वाल्ड सिटी ऑफ लाहौर अथॉरिटी ने इस घटना पर आश्चर्य जताया और ईद के बाद इसकी मरम्मत कराने की बात कही है। अथॉरिटी लाहौर फोर्ट में सुरक्षा भी बढ़ाएगी। अगले सप्ताह इस मूर्ति की मरम्मत कराई जाएगी। इस मू्र्ति को बनाने में आठ महीने का वक्त लगा था।