अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद में रविवार को बड़ा आत्मघाती हमला हुआ। इस दौरान हिंदुओं और सिखों को निशाना बनाकर किए गए इस हमले में 20 लोग मारे गए हैं। मरने वालों में सिख राजनेता अवतार सिंह खालसा भी शामिल थे। वे खालसा अफगानिस्तान के आगामी संसदीय चुनावों में खड़े अकेले सिख उम्मीदवार थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "ये अफगानिस्तान की विविधतापूर्ण संस्कृति पर हमला है। मृतकों के परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना करता हूं। दुख की इस घड़ी में भारत अफगानिस्तान के साथ है।"
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, नांगरहार पुलिस चीफ गुलाम स्तानिकजई ने कहा कि जब यह प्रतिनिधिमंडल तीन वाहनों में राष्ट्रपति से मिलने गवर्नर हाउस की ओर जा रहा था तभी आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। हालांकि, खालसा इस हमले में मारे गए लेकिन उनका बेटा नरेंद्र सिंह बच गया लेकिन घायल होने के वजह से अस्पताल में भर्ती है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मरने वालों में 11 सिख थे और इनके अलावा 20 अन्य लोग घायल भी हुए हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मरनेवालों में हिंदू लोग भी थे। इस बीच दिल्ली गुरुद्वारा सिख कमेटी ने 11 मृतकों के नाम जारी किए हैं। इनमें अनूप सिंह, मेहर सिंह, रवैल सिंह, अवतार सिंह, अमरीक सिंह, मंजीत सिंह, इंद्रजीत सिंह, तरनजीत सिंह, बलजीत सिंह, सतनाम सिंह, राजू गजनेची शामिल हैं।
The names of 11 Sikhs, who died in a suicide bombing in Jalalabad of eastern Nangarhar province in Afghanistan yesterday, has been released by Delhi Sikh Gurdwara Management Committee. pic.twitter.com/ClhA0lUOj7
— ANI (@ANI) July 2, 2018
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में 249 सीटों के लिए 20 अक्टूबर को आम चुनाव होने हैं। अभी तक कुल 600 सिखों और हिंदुओं ने मतदान के लिए पंजीकरण कराया है। अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा लंबे समय से अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया जाता रहा है।