जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने क्वेटा के सरयाब रोड पर मौजूद ट्रेनिंग सेंटर के हॉस्टल में रात 11:10 बजे हमला बोला।कैम्पस में आतंकियों के घुसने के बाद वहां कम से कम 5 धमाकों की आवाज सुनी गई। बलूचिस्तान के होम मिनिस्टर मीर सरफराज बुगती ने बताया कि हमले के बाद पाक आर्मी ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया, जिसमें वहां से करीब 250 ट्रेनी पुलिसकर्मियों को सुरक्षित निकाला गया।
बुगती ने बताया कि खुद को मुश्किल में देखकर दो आतंकियों ने खुद को ब्लास्ट करके उड़ा लिया, जबकि एक सिक्युरिटी फोर्स की गोली से मारा गया। फ्रंटियर कॉर्प्स के आईजी मेजर जनरल शेर अफगान ने बताया कि तीनों हमलावरों ने सुसाइड जैकेट पहन रखी थी। मेजर जनरल शेर अफगान के मुताबिक, माना जा रहा है कि तीनों हमलावर आतंकी गुट लश्कर-ए-झांगवी के थे। यह पाकिस्तान तालिबान से जुड़ा आतंकी गुट है। उन्होंने कहा कि हमलावर अफगानिस्तान में बैठे उनके साथियों के कॉन्टैक्ट में थे। उनसे इंस्ट्रक्शन ले रहे थे।
बुगती ने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर का कैम्पस चार घंटे के भीतर खाली करा लिया गया। सर्च ऑपरेशन अभी चल रहा है। बुगती ने बताया कि घायलों में ज्यादातर पुलिस कैडेट्स हैँ, जिन्हें क्वेटा के सिविल हॉस्पिटल, बोलन मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
बलूचिस्तान में आतंकी सिक्युरिटी फोर्सेस और सरकारी दफ्तरों पर कई हमले कर चुके हैं। यहां एक दशक से ज्यादा वक्त से बगावत चल रही है। यहां कई लोगों को मारा गया है। यह हमला उस घटना के एक दिन बाद हुआ है, जिसमें अलगाववादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी के बंदूकधारियों ने दो कोस्ट गार्ड का गोली मार कर उनकी हत्या कर दी थी। यह घटना इसी प्रांत में ग्वादर पोर्ट के करीब जिवानी टाउन में हुई थी।