श्रीलंका सिलसिलेवार आठ बम धमाकों से दहल गया। रविवार सुबह ईस्टर के मौके पर तीन चर्च और तीन होटलों को निशाना बनाया गया। वहीं, एक जू के सामने भी ब्लास्ट होने की खबर है। इन आठ धमाकों में मृतकों की संख्या बढ़कर 207 हो गई है। वहीं, 450 से ज्यादा घायल हैं। सरकार ने आज शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक पूरे देश में कर्फ्यू की घोषणा की है। वहीं, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी रोक लगा दी गई है। मामाले में सात संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, शुरुआती धमाके उस वक्त हुए, जब ईस्टर की प्रार्थना के लिए लोग चर्च में एकत्रित हुए थे। पहला धमाका कोलंबो में सैंट एंटनी चर्च और दूसरा धमाका राजधानी के बाहर नेगोम्बो कस्बे के सेबेस्टियन चर्च में हुआ। वहीं तीसरा धमाका पूर्वी शहर बाट्टिकालोआ के चर्च में हुआ। इसके साथ ही द शांगरीला, द सिनामॉन ग्रैंड और द किग्सबरी होटल को भी निशाना बनाया गया। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस प्रवक्ता रूवान गुनसेकेरा ने कहा कि विस्फोट रविवार सुबह (स्थानीय समयानुसार) 8.45 बजे हुआ।
सातवां ब्लास्ट, दो की मौत
पुलिस प्रवक्ता रूवान गुनसेकेरा ने बताया कि कोलंबो जू के सामने एक होटल में सातवां विस्फोट हुआ जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है और घायलों को कोलंबो दक्षिण अस्पताल में स्थानांतरित किया जा रहा है। विस्फोट के बाद चिड़ियाघर को जनता के लिए बंद कर दिया गया था।
कृपया शांत रहें और अफवाहों से मूर्ख न बनें: मैत्रीपाला
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने स्थानीय समाचार चैनलों पर पढ़े गए एक विशेष संदेश में जनता से शांत रहने और अधिकारियों के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया। सिरीसेना ने कहा, "जो स्थिति आई है, उससे हैरान और दुखी हूं। इन जघन्य कृत्यों के पीछे क्या साजिश है, इसकी जांच शुरू कर दी गई है। कृपया शांत रहें और अफवाहों से मूर्ख न बनें।"
विदेशी नागरिकों की मौत की आशंका, बचाव कार्य जारी
श्रीलंका के इकोनॉमिक रिफॉर्म्स एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन मिनिस्टर हर्षा डिसिल्वा ने बताया कि प्रधानमंत्री बेंटोला से लौट रहे हैं। आपात बैछक बुलाई गई है। बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। उन्होंने कुछ विदेशी नागरिकों समेत कई कैजुअल्टी होने की आशंका जाहिर की है।
भारत श्रीलंका के लोगों के साथ: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीलंका में हुए भयानक विस्फोटों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र में इस तरह की बर्बरता के लिए कोई जगह नहीं है। भारत श्रीलंका के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। मोदी ने कहा कि वे शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और घायलों के लिए प्रार्थना करते हैं।
स्थिति पर है नजर: सुषमा स्वराज
इस दौरान भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि वे कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त के लगातार संपर्क में है। स्थिति पर पूरी नजर बनाए हुए हैं।
भारतीय दूतावास ने जारी किया हैल्पलाइन नंबर
Explosions have been reported in Colombo and Batticaloa today. We are closely monitoring the situation. Indian citizens in need of assistance or help and for seeking clarification may call the following numbers : +94777903082 +94112422788 +94112422789
— India in Sri Lanka (@IndiainSL) April 21, 2019
श्रीलंका में 7 प्रतिशत है ईसाईयों की संख्या
श्रीलंका में ईसाई लोग ईस्टर संडे मना रहे थे, जो कि ईसा मसीह के पुनरुत्थान और सप्ताह भर चलने वाले उत्सव की परिणति का प्रतीक है। श्रीलंकाई आबादी में ईसाईयों की संख्या 7 प्रतिशत है, बौद्धों की संख्या लगभग 70 प्रतिशत है, जिसके बाद हिंदू और मुस्लिम हैं।