जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद दुनियाभर में घिरे पाकिस्तान को अमेरिका ने एक और बड़ा झटका दिया है। अमेरिका ने उनके देश में आने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को मिलने वाले वीजा की अवधि घटा दी है। पहले पाकिस्तानी नागरिकों को जो 5 साल का वीजा मिलता था, अब उसकी अवधि घटाकर तीन महीने कर दी गई है।
अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता के हवाले से बताया गया है कि अमेरिका ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा की अवधि पांच साल से घटाकर तीन महीने कर दिया है। यह जानकारी एआरवाई न्यूज ने अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता के हवाले से दी है।
वहीं पाकिस्तानी अखबार द ट्रिब्यून के मुताबिक, पाकिस्तान में मौजूद अमेरिकी राजदूत ने इस बात की सूचना सरकार को दे दी है। खबर के अनुसार नए नियमों में पाकिस्तानी पत्रकार और मीडियापर्सन के लिए और भी मुश्किल है, उनको मिलने वाले वीजा की अवधि 3 महीने कर दी गई है।
फीस भी बढ़ाई
अमेरिका ने वीजा की अवधि घटाने के साथ-साथ वीजा के लिए दी जाने वाली फीस भी बढ़ा दी है। यदि कोई पाकिस्तानी नागरिक अमेरिका जाना चाहता है तो वह एक बार में 12 महीने से अधिक वहां नहीं रह सकता है, अगर उसे अधिक समय तक वहां रहना हुआ तो उसे वापस पाकिस्तान आना होगा और वीजा को रिन्यू करवाना होगा। नए आदेश के अनुसार, वर्क वीजा, जर्नलिस्ट वीजा, ट्रांसफर वीजा, धार्मिक वीजा के लिए फीस में बढ़ोतरी की गई है। इनके लिए जो भी वीजा अभी है उसमें 32 से 38 डॉलर तक की बढ़ोतरी की गई है।
बढ़ा वैश्विक दबाव
पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पूरी दुनिया में अलग-थलग पड़ता दिखाई दे रहा है। अमेरिका ने पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया था। अमेरिका ने कहा था कि वह सभी आतंकवादी समूहों को समर्थन और पनाह देना तुरंत बंद करे। वाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने बयान में कहा था, 'अमेरिका पाकिस्तान से अपील करता है कि वह अपनी जमीन से आतंकी गतिविधियां चलाने वाले ऐसे सभी आतंकवादी संगठनों को समर्थन और पनाह देना तुरंत बंद करे जिनका एकमात्र लक्ष्य क्षेत्र में अव्यवस्था, हिंसा और आतंक फैलाना है।'
बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए एक आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थें। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। 14 फरवरी को सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था। इस काफिले में लगभग 78 गाड़ियां थीं और 2500 जवान शामिल थे। उसी दौरान बाईं ओर से ओवरटेक कर विस्फोटक से लदी एक कार आई और उसने सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी। आतंकवादी ने जिस कार से टक्कर मारी थी, उसमें करीब 60 किलो विस्फोटक थे। इसकी वजह से विस्फोट इतना घातक हुआ कि इसमें 40 जवान शहीद हो गए।