देश में पिछले कुछ दिनों से मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन इस बीच महामारी का जोखिम कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस दौरान डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने शनिवार को एक बयान दिया है। विशेषज्ञ ने कहा कि देश में अब संक्रमण की रफ्तार कम करने, सेहत संबंधी उपायों को लागू करने और महामारी के खिलाफ टिकाकरण अभियान बढ़ाने की आवश्यकता है।
देश में कोरोना वायरस के मौजूदा स्थिति को लेकर डॉ पूनम सिंह ने कहा कि संक्रमण का खतरा अभी तक भी लोगों के बीच मंडरा रहा है। कुछ जगहों पर वायरस के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन वहां अभी खतरा कम नहीं हुआ है। हमें अभी भी एहतियात बरतने की जरूरत है। कोरोना प्रोटोकॉल और टीकाकरण अभियान को तेज करने की कोशिश करना होगा।
उनके अलावा हेल्थकेयर विशेषज्ञों ने भी सलाह दी है कि कोविड-उपयुक्त व्यवहार और टीकाकरण का पालन करना कोरोना वायरस वेरिएंट से निपटने का सबसे अच्छा संभव समाधान है।
डब्ल्यूएचओ की यह प्रतिक्रिया उस वक्त सामने आई है जब सरकार ने कई जगहों पर मामलों में स्थिर होने का दावा किया था। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ज्वॉइट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने कहा था कि कुछ जगहों में संक्रमण की रफ्तार स्थिर होने के संकेत मिले हैं। इस पर सावधानी के साध ध्यान देने की आवश्यकता है।
देश में कोरोना वायरस के हर रोज लाखों की संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 2 लाख 9 हजार 918 नए मामले आए, 2 लाख 62 हजार 628 रिकवरी हुईं और 959 लोगों की कोरोना से मौत हुई।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
			 
                     
                    