संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने बुधवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मौजूदा संरचना दुनिया की समकालीन भूराजनीतिक वास्तविकता को नहीं दर्शाती और इसमें सुधार की जरूरत है। उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बातचीत के तुरंत बाद एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक शांति और सुरक्षा को मजबूत करने के लिए फैसले लेने में असमर्थ रहा है।
राजदूत फ्रांसिस भारत की पांच दिवसीय यात्रा पर हैं। उन्होंने यूएनएससी में सुधार की पुरजोर वकालत की। उन्होंने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार पूरी तरह आवश्यक है।’’ फ्रांसिस ने कहा कि जयशंकर के साथ उनकी वार्ता में भी यह मुद्दा आया।भारत संयुक्त राष्ट्र में, खासतौर पर सुरक्षा परिषद में सुधार पर जोर देता रहा है।नई दिल्ली सुरक्षा परिषद सुधार पर अंतर सरकारी वार्ता (आईजीएन) में कोई सार्थक पहल नहीं होने से खास तौर पर निराश है। भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की पुरजोर दावेदारी कर रहा है।
इस समय यूएनएससी में पांच स्थायी सदस्य हैं और 10 गैर-अस्थायी सदस्य हैं जिन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा दो साल के कार्यकाल के लिए चुनती है। पांच स्थायी सदस्यों में रूस, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस और अमेरिका हैं और इन देशों के पास किसी भी महत्वपूर्ण प्रस्ताव पर वीटो का अधिकार है। संयुक्त राष्ट्र महासभा अध्यक्ष ने अफ्रीकी संघ को जी20 का पूर्णकालिक सदस्य बनाने में भारत की भूमिका की भी सराहना की।