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भारत-पाक के बीच तनाव पर संयुक्त राष्ट्र की जल्द ही बैठक होने की उम्मीद: सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के अध्यक्ष और संयुक्त राष्ट्र में ग्रीस के स्थायी प्रतिनिधि...
भारत-पाक के बीच तनाव पर संयुक्त राष्ट्र की जल्द ही बैठक होने की उम्मीद: सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के अध्यक्ष और संयुक्त राष्ट्र में ग्रीस के स्थायी प्रतिनिधि एम्बेसडर एवेन्जेलोस सेकेरिस ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर सुरक्षा परिषद की बैठक "बहुत जल्द" हो सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसी बैठक एक अवसर हो सकती है, जहां विभिन्न सदस्य देश अपनी राय रख सकें और इससे तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है।

पीटीआई के एक सवाल के जवाब में सेकेरिस ने कहा, “अगर इस तरह की बैठक के लिए अनुरोध आता है, तो मेरा मानना है कि यह बैठक जरूर होनी चाहिए क्योंकि इससे विचार साझा करने का मौका मिलेगा और शायद इससे थोड़ी बहुत स्थिति में नरमी आ सके।”

सेकेरिस ने बताया कि यह ग्रीस की UNSC अध्यक्षता का पहला दिन है और इस मुद्दे को लेकर तैयारियां चल रही हैं। उन्होंने कहा कि वे करीबी संपर्क में हैं और यह मामला अब "तेजी से विकसित हो रहा है"।

भारत के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले को लेकर सेकेरिस ने कहा, “हमने इस जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है जिसमें निर्दोष नागरिकों की जान गई। हम भारत, नेपाल और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।” उन्होंने दोहराया कि ग्रीस किसी भी प्रकार के आतंकवाद की कड़ी निंदा करता है।

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और ग्रीस के विदेश मंत्री जॉर्ज गेरापेत्रिटिस के बीच हुई बातचीत का भी जिक्र हुआ, जिसमें आतंकवाद पर चर्चा की गई थी। जयशंकर ने ग्रीस की आतंकवाद के विरुद्ध सख्त नीति की सराहना की थी और दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को ‘गहरी’ बताया था।

सेकेरिस ने यह भी स्पष्ट किया कि ग्रीस की भारत और पाकिस्तान दोनों से अच्छी द्विपक्षीय संबंध हैं। उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तान के साथ भी सुरक्षा परिषद में हैं और सहयोग करेंगे। हम इस संबंध को विरोध की भावना से नहीं देखते।”

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टेफान दुजारिक ने बताया कि गुटेरेस ने भारत के विदेश मंत्री जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बातचीत की है और अपने "गुड ऑफिस" की पेशकश की है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि महासचिव तब तक क्षेत्र की यात्रा नहीं करेंगे जब तक दोनों पक्ष इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करते।

पाकिस्तान फिलहाल सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है। पहलगाम हमले को लेकर जब यह सवाल उठा कि बयान में आतंकवादी संगठन The Resistance Front का नाम क्यों नहीं लिया गया, तो सेकेरिस ने कहा कि सुरक्षा परिषद में सर्वसम्मति से जो प्रेस स्टेटमेंट पारित होता है, उस पर सार्वजनिक रूप से बातचीत नहीं की जा सकती। उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि बयान जारी हुआ, क्योंकि जब परिषद में पक्षकार देश भी शामिल हों, तो किसी नतीजे पर पहुंचना मुश्किल होता है।

उन्होंने अंत में कहा, “हम चाहते हैं कि स्थिति नियंत्रण से बाहर न हो। बड़े सदस्य देश दोनों पक्षों के संपर्क में हैं। अगर कोई बैठक होती है, तो ग्रीस की अध्यक्षता में हम उसे निष्पक्ष रूप से संचालित करेंगे। लेकिन हमारी आशा है कि तनाव कम करने के प्रयास सफल होंगे।”

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