अमेरिका ने गाजा में जारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए 60 दिन के युद्धविराम का प्रस्ताव रखा है। इस योजना को इज़राइल ने स्वीकार कर लिया है, जबकि हमास ने इसे समीक्षा के लिए रखा है। प्रस्तावित समझौते के तहत 10 जीवित और 18 मृत इज़राइली बंधकों को रिहा करने, 125 फिलिस्तीनी आजीवन कैदियों की रिहाई, और 180 मृत फिलिस्तीनियों के शवों की वापसी का प्रावधान है। इसके बदले में हमास को 30 इज़राइली बंधकों को रिहा करना होगा।
युद्धविराम योजना में संयुक्त राष्ट्र, रेड क्रिसेंट और अन्य संगठनों के माध्यम से गाजा में मानवीय सहायता भेजने का भी प्रावधान है। इस मदद का मकसद स्थानीय लोगों को जरूरी दवाइयां, खाद्य सामग्री और अन्य राहत सामग्री पहुंचाना है। अमेरिका, कतर और मिस्र के मध्यस्थों के सहयोग से इस योजना पर काम किया जा रहा है।
हालांकि हमास ने योजना की समीक्षा का फैसला करते हुए कहा है कि इसमें स्थायी युद्धविराम की गारंटी नहीं दी गई है और मानवीय सहायता के वितरण के स्पष्ट नियम नहीं हैं। हमास की मांग है कि इस योजना में उनके मुख्य मसलों को बेहतर तरीके से शामिल किया जाए। दूसरी ओर, इज़राइल ने इस योजना को युद्धविराम की दिशा में सकारात्मक कदम बताया है।
यह प्रस्ताव मध्य पूर्व के हालात को स्थिर करने और मानवीय संकट को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। पिछले कई महीनों से गाजा और इज़राइल के बीच चले आ रहे संघर्ष में भारी जान-माल का नुकसान हुआ है, जिससे क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुंच गया है। इस योजना को लागू करने के लिए सभी पक्षों की सहमति जरूरी होगी।
इससे पहले भी कई बार युद्धविराम के प्रयास हुए हैं, लेकिन वे टिकाऊ नहीं रहे। इस बार अमेरिका की पहल को उम्मीद की नजर से देखा जा रहा है कि यह गाजा में लंबे समय तक शांति कायम रखने में मदद करेगा।