इनू ने कहा कि आतंकवाद पर पाकिस्तान का रिकॉर्ड बहुत खराब है और पिछले कई सालों के दौरान इसमें कोई बदलाव नहीं आया है। पाकिस्तान आतंकवाद का आश्रय स्थल बना हुआ है और इस बात को साबित करने के बहुत सारे सबूत हैं।
हसनुल हक भारत के दौरे पर आए उस दौरान पाक पर इस तरह की प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष वेंकैया नायडू से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों ने आतंकवाद से मिलकर लड़ने की प्रतिबद्धता जताई। इसके लिए सूचनाओं के आदान-प्रदान पर सहमति बनी है। हसनुल ने इस बैठक के बाद कहा कि जरूरी सूचनाओं को साझा करने से अफवाहों, झूठ और तथ्यों के तोड़-मरोड़ पर रोक लगेगी। ऐसा करने से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में आपसी समझ मजबूत होगी। हक ने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच कुछ जरूरी मुद्दों पर आपसी सहमति बनी है।
बैठक में नायडू ने भी कहा कि आतंकवाद से मुकाबले में सूचनाओं का प्रसार बेहद जरूरी है क्योंकि भारत और बांग्लादेश दोनों ही आतंकवाद की समस्या से जूझ रहे हैं। आपसी सहयोग से आतंक पर विजय पाई जा सकती है।