ओबामा ने कहा कि यह एक अच्छा करार है जो पश्चिम एशिया में एक और युद्ध के खतरे से कहीं बेहतर है एवं इससे वे सभी रास्ते बंद हो जाएंगे जिनके जरिये ईरान परमाणु हथियार विकसित कर सकता है।
इस बीच, समझौते का ऐलान होने के बाद सैकड़ों ईरानी जश्न मनाने सड़कों पर उतर गए जबकि ईरान के चिर प्रतिद्वंद्वी इस्राइल ने कहा कि इस समझौते से परमाणु प्रसार और भयावह युद्ध का खतरा बढ़ गया है। जब ओबामा ने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन किया तो नेतन्याहू ने उनसे कहा कि इस समझौते से बम बनाने का ईरान का रास्ता नहीं रूकेगा। इससे रास्ता बनेगा। इस्राइली प्रवक्ता मार्क रेगेव ने कहा, इस रूपरेखा पर आधारित करार इस्राइल के अस्तित्व के लिए खतरा पैदा करेगा। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने इस समझौते के लिए अंतरराष्ट्रीय वार्ताकारों के दल को बधाई दी है।
स्विट्जरलैंड के लुसान में ईरान और विश्व की छह प्रमुख शक्तियों के बीच समझौते की सफलता की घोषणा होने के बाद ओबामा ने व्हाइट हाउस में कहा, यह लंबे समय बाद हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका एवं इसके साझेदार ईरान के साथ ऐतिहासिक सहमति पर पहुंचे हैं जिसे अगर पूरी तरह अमल में लाया गया तो तेहरान परमाणु हथियार हासिल नहीं कर पाएगा। दूसरी ओर अमेरिका में रिपब्लिकन सांसदों ने करार को लेकर संदेह प्रकट किया है। प्रतिनिधि सभा के स्पीकर जॉन बोएनर ने समझौते की आलोचना की है। बोएनर ने कहा, मेरी चिंता फिलहाल यह है कि ओबामा प्रशासन संकेत दे रहा है कि वह शर्त के साथ प्रतिबंधों में राहत प्रदान करेगा। कोई प्रतिबंध हटाने से पहले कांग्रेस को किसी समझौते के पूरे ब्यौरे की पूरी तरह समीक्षा करने की इजाजत मिलनी चाहिए।