वह पाकिस्तान के साथ संघर्षविराम रखते हुए अरब क्रांति में उभर कर आए जिहादी समूहों के साथ गठबंधन कर रहा था। यह जानकारी अमेरिकी सरकार द्वारा उजागर किए गए दस्तावेजों में दर्ज है। कुछ महीने पहले अमेरिकी सरकार ने न्यूयार्क की एक अदालत में आबिद नसीर नामक पाकिस्तानी के खिलाफ चल रहे मामले में इन दस्तावेजों को उजागर किया था। ओसामा के ऐबटाबाद स्थित ठिकाने से बरामद इन ईमेलों की जानकारी बुधवार को द वाशिंगटन पोस्ट में छपी रिपोर्ट में दी गई है।
पाकिस्तान के ऐबटाबाद में अपने ठिकाने से, ओसामा अमेरिका पर एक बार फिर हमला बोलने के लिए एक बड़े आतंकी खेल का दिशा निर्देशन कर रहा था। वह अपने इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीतियां बना रहा था। दैनिक समाचार पत्र की रिपोर्ट में कहा गया, ऐबटाबाद में छिपे लादेन का पूरा ध्यान अमेरिका के प्रमुख इलाकों पर हमला बोलने पर केंद्रित था।
उसका मानना था कि धीरे-धीरे की जाने वाली हत्याओं से काम नहीं चल रहा है अमेरिका को अफगानिस्तान की तुलना में वियतनाम कहीं महंगा पड़ा था। अलकायदा के सहयोगियों को 100 गुना ज्यादा लोगों को मारना होगा, तब जाकर वियतनाम में मारे गए लोगों की संख्या के बराबर पहुंचा जा सकेगा।