पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल कर फिर से सत्ता में आने पर नरेंद्र मोदी को फोन करके बधाई दी है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि लोगों की भलाई के लिए दोनों ही देश मिलकर काम करेंगे। जवाब में पीएम मोदी ने इमरान से कहा कि क्षेत्र की शांति और समृद्धि के लिए हिंसामुक्त और आतंकमुक्त माहौल बेहद जरूरी है। साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों देशों को गरीबी से संयुक्त रूप से लड़ना चाहिए। फरवरी में पुलवामा आत्मघाती हमले और उसके बाद पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी कैंप पर इंडियन एयरफोर्स की स्ट्राइक के बाद पहली बार दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने फोन पर बात की है।
'शांति और विकास के लिए भारत के साथ काम करने को इच्छुक'
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने रविवार को बताया कि इमरान खान ने पीएम मोदी से फोन पर बात कर उन्हें चुनाव में जीत की बधाई दी है। फैसल ने ट्वीट किया, 'पीएम (इमरान) ने आज पीएम मोदी से बात की और भारत के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी की जीत पर उन्हें बधाई दी। पीएम ने लोगों की भलाई के लिए दोनों देशों द्वारा साथ मिलकर काम करने की अपनी इच्छा जाहिर की।'
फैसल ने आगे लिखा, 'दक्षिण एशिया में शांति, विकास और समृद्धि के अपने विजन पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री (इमरान) ने कहा कि वह इन उद्देश्यों के लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने के इच्छुक है।'
दोनों देशों को गरीबी से लड़ना चाहिए: मोदी
बाद में भारत के विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की कि इमरान खान ने प्रधानमंत्री मोदी से टेलीफोन पर बात कर उन्हें जीत की बधाई दी। विदेश मंत्रालय ने कहा, 'पीएम मोदी को आज पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने टेलिफोन किया और लोकसभा चुनाव में उनकी जीत पर उन्हें बधाई दी। पीएम मोदी ने पड़ोसियों को सबसे पहले वरीयता देने की अपनी नीति के तहत अपनी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की याद दिलाते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से गरीबी से संयुक्त रूप से लड़ने के अपने पहले के सुझाव का जिक्र किया।'
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा, 'पीएम मोदी ने पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत में जोर देकर कहा कि क्षेत्र की शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए आपसी भरोसा पैदा करने व हिंसा और आतंकमुक्त माहौल का निर्माण अनिवार्य है।'
पुलवामा हमले के बाद बढ़ी तल्खी
इसी साल 14 फरवरी को पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस आतंकी हमले के बाद दोनों देशों में तल्खी काफी बढ़ गई थी। बाद में 26 फरवरी को इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी कैंप पर स्ट्राइक कर उसे तबाह कर दिया था।
विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई
जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अड्डे पर भारत की एयर स्ट्राइक के बाद एक समय दोनों देश युद्ध के मुहाने पर खड़े हो गए थे। एयर स्ट्राइक के अगले ही दिन पाकिस्तानी वायुसेना ने भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की थी। भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे पाकिस्तानी वायुसेना के विमानों को भारतीय वायुसेना ने खदेड़ दिया था। इस दौरान वायुसेना ने पाकिस्तान के एक F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया, जिसका मलबा एलओसी के उस पार गिरा था। डॉग फाइट के दौरान भारतीय वायुसेना का एक मिग-21 भी क्रैश हो गया और समय रहते पैराशूट से कूदे जांबाज विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान एलओसी के उस पार उतरे थे। पाकिस्तान ने उन्हें कब्जे में ले लिया था लेकिन भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव के बाद पाकिस्तान को विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ना पड़ा था।
यूएन ने किया मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित
इस हमले के बाद भारत ने जैश सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित कराने के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज कर दिया। आखिरकार भारत को उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली जब यूएन में लगातार जैश सरगना की ढाल बनते आ रहे चीन को उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए मजबूर होना पड़ा था।