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'387 बार हुई गोलाबारी...', जेलेंस्की ने रूस पर ईस्टर युद्धविराम उल्लंघन का लगाया आरोप

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रूस पर ईस्टर युद्धविराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया...
'387 बार हुई गोलाबारी...', जेलेंस्की ने रूस पर ईस्टर युद्धविराम उल्लंघन का लगाया आरोप

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रूस पर ईस्टर युद्धविराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि रूस ने युद्धविराम अवधि के दौरान 387 बार गोलीबारी की, जिसे उन्होंने "शांति के प्रति रूस की उदासीनता" का साफ संकेत बताया। यह बयान रूस द्वारा एकतरफा युद्धविराम की घोषणा के बाद आया है, जिसे जेलेंस्की ने धोखा करार दिया है।

जेलेंस्की ने अपने टेलीविज़न संबोधन में कहा कि रूस ने ईस्टर के पवित्र अवसर पर भी अपनी आक्रामकता नहीं रोकी। 387 गोलाबारी के साथ, उन्होंने न केवल युद्ध विराम का उल्लंघन किया, बल्कि यूक्रेनी लोगों की भावनाओं का भी अपमान किया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया।

बतादें कि रूस ने ईस्टर पर एक दिन के युद्ध विराम की घोषणा की थी, जो रविवार आधी रात तक चलना था। हालांकि, यूक्रेन का कहना है कि रूस ने इस दौरान डोनबास क्षेत्र में भारी तोपखाने और रॉकेट हमले जारी रखे। यूक्रेनी सेना के अनुसार, इन हमलों में कई नागरिक घायल हुए और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा।

हालांकि रूस ने इन आरोपों का खंडन किया है। मॉस्को का दावा है कि उसने युद्ध विराम का पूरी तरह से पालन किया है और उकसावे की कार्रवाई यूक्रेनी सेना ने की थी। रूसी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "यूक्रेन के दावे निराधार हैं और उनका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करना है।"

यह विवाद 2022 से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध में तनाव को और बढ़ा सकता है। युद्ध के कारण यूरोप में सबसे बड़ा शरणार्थी संकट पैदा हो गया है। इसमें लाखों यूक्रेनियन विस्थापित हो गए हैं। जेलेंस्की ने यह भी कहा कि रूस ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की प्रस्तावित शांति योजना को अस्वीकार कर दिया है। इससे शांति वार्ता की संभावनाएँ और कम हो गई हैं। अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और मानवीय स्थिति को प्राथमिकता देने का आह्वान किया है। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि पूर्वी यूक्रेन में हिंसा बढ़ने से नागरिकों के लिए और भी खतरा पैदा हो सकता है।

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