- 31 अगस्त, 2025 तक 95,658 लोग वडनगर आर्कियोलॉजिकल एक्सपीरियंस म्यूजियम देखने पहुंचे
- मेहसाणा में 9 और 10 अक्टूबर को आयोजित होने वाली ‘वीजीआरसी’ के दौरान आकर्षण का केंद्र बनेगा वडनगर पुरातत्व अनुभवात्मक संग्रहालय
- सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का उत्कृष्ट उदाहरण है वडनगर आर्कियोलॉजिकल एक्सपीरियंस म्यूजिम
- उत्तर गुजरात की वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस में झलकेगी भारत की समृद्ध पुरातात्विक और सांस्कृतिक विरासत
2500 से अधिक वर्षों से निरंतर जीवंत वडनगर शहर सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों का अनमोल खजाना है। इस ऐतिहासिक शहर की समृद्ध विरासत के संरक्षण के लिए आर्कियोलॉजिकल एक्सपीरियंस म्यूजियम-पुरातत्व अनुभवात्मक संग्रहालय का निर्माण किया गया है।
इस संग्रहालय का उद्घाटन 16 जनवरी, 2025 को किया गया था और इसे 1 फरवरी से आगंतुकों के लिए खोल दिया गया था। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अनुसार, वडनगर पुरातत्व अनुभवात्मक संग्रहालय को देखने के लिए 31 अगस्त, 2025 तक पूरे भारत से कुल 95,658 लोग पहुंच चुके हैं।
आर्कियोलॉजिकल एक्सपीरियंस म्यूजियम को देखने के लिए पहुंचे आगंतुकों का यह आंकड़ा सांस्कृतिक पर्यटन के लिए एक दृष्टांत है। इन आगंतुकों में बच्चे, वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांग व्यक्ति भी शामिल हैं, जो दर्शाता है कि म्यूजियम हरेक व्यक्ति के लिए सुलभ है। इतना ही नहीं, यह स्थान शैक्षणिक उद्देश्य के लिए भी लोकप्रिय बनता जा रहा है।
वडनगर की 2500 वर्ष पुरानी विरासत का प्रतिबिंब है यह म्यूजियम
यह म्यूजियम व्यापक खुदाई के दौरान मिली कलाकृतियों के माध्यम से वडनगर की 2500 वर्ष से अधिक पुरानी विरासत का प्रतिबिंब प्रस्तुत करता है। 13,525 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले इस म्यूजियम में कला, स्थापत्य, व्यापार, शहरी नियोजन और भाषा आदि को प्रदर्शित करने वाली 9 थीमैटिक गैलरियां हैं। 4000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले उत्खनन स्थल पर पुरातात्विक अवशेषों को 16 से 18 मीटर की गहराई पर देखा जा सकता है। आगंतुकों को वडनगर के पुरातात्विक उत्खनन से मिले अवशेषों का अनुभव प्रदान करने के लिए एक स्थायी शेड बनाया गया है और अन्य पर्यटन सुविधाएं भी विकसित की गई हैं।
इस म्यूजियम में मिट्टी के बर्तन, शंख निर्माण, सिक्के, आभूषण, हथियार एवं औजार, शिल्प, खेल सामग्री तथा खाद्यान्न एवं कंकाल के अवशेषों जैसी जैविक सामग्री सहित 5000 से अधिक कलाकृतियां प्रदर्शित की गई हैं। ऑडियो-विजुअल फिल्मों और प्रदर्शनियों के आकर्षण वाला यह आर्कियोलॉजिकल एक्सपीरियंस म्यूजियम इतिहास में रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक विशेष सौगात है।
वीजीआरसी में आकर्षण का केंद्र बनेगा वडनगर आर्कियोलॉजिकल एक्सपीरियंस म्यूजियम
उल्लेखनीय है कि आगामी 9 और 10 अक्टूबर, 2025 को मेहसाणा में उत्तर गुजरात के लिए वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस (वीजीआरसी) का आयोजन होने जा रहा है। इस क्षेत्रीय सम्मेलन में वडनगर आर्कियोलॉजिकल एक्सपीरियंस म्यूजियम आकर्षण का केंद्र बनेगा, जो क्षेत्र की ऐतिहासिक विरासत को उजागर करेगा। जब वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस में भारत की समृद्ध पुरातात्विक और सांस्कृतिक विरासत प्रदर्शित होगी, तब गुजरात पर्यटन के सराहनीय कार्य भी लोगों का ध्यान आकर्षित करेंगे।