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प्रधानमंत्री ने ‘विकसित भारत, विकसित गुजरात’ के अंतर्गत एक ही दिन में गुजरात को एक साथ 5477 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की भेंट दी

स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत ‘विकसित भारत’ के निर्माण का राजमार्ग है: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र...
प्रधानमंत्री ने ‘विकसित भारत, विकसित गुजरात’ के अंतर्गत एक ही दिन में गुजरात को एक साथ 5477 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की भेंट दी

स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत ‘विकसित भारत’ के निर्माण का राजमार्ग है: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी

दुनिया में आर्थिक स्वार्थ की राजनीति चल रही है, तब भारत के किसानों, पशुपालकों, लघु उद्यमियों और दुकानदारों का हित हमारे लिए सर्वोपरि है, हम उनका अहित नहीं होने देंगे : कितना ही दबाव क्यों न आए, उसे झेलने की अपनी ताकत बढ़ाएंगे : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी :-

  • दुनिया में आर्थिक स्वार्थ की राजनीति के बीच देश के किसानों, पशुपालकों, दुकानदारों और लघु उद्यमियों का हित मेरे लिए सर्वोपरि है
  • आज आत्मनिर्भर भारत अभियान को गुजरात से बड़ी ऊर्जा मिल रही है
  • भारत सुदर्शन चक्रधारी मोहन और चरखाधारी मोहन के मार्ग पर चलकर सशक्त बना
  • ऑपरेशन सिंदूर सेना के शौर्य और सुदर्शन चक्रधारी मोहन की इच्छाशक्ति का प्रतीक बना
  • चरखाधारी मोहन यानी पूज्य बापू ने स्वदेशी को भारत की समृद्धि का मार्ग कहा है
  • नव मध्यम वर्ग और मध्यम वर्ग देश की सबसे बड़ी ताकत है, उन्हें सशक्त करने को वर्तमान सरकार निरंतर प्रयासरत है

श्री नरेन्द्र मोदी के विजन से वर्ड् हेरिटेज सिटी अहमदाबाद आज इकोनॉमिक पावर हाउस और अर्बन प्लानिंग का ट्रेंडसेटर बन गया है: मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल:-

  • प्रधानमंत्री का स्वदेशी विजन बना आधुनिक, सशक्त, आत्मनिर्भर और वैश्विक भारत के निर्माण का मिशन
  • ऑपरेशन सिंदूर में मेड इन इंडिया शस्त्रों की ताकत देखकर दुनिया को आत्मनिर्भर भारत का परिचय मिला
  • 2005 से शहरी विकास वर्ष का उत्सव शुरू कराने वाले श्री नरेन्र् मोदी ने शहरीकरण को एक अवसर के रूप में स्वीकार कर सुनियोजित शहरी विकास तथा शहरों को विकास का केंद्र बनाने का विजन दिया

राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल तथा राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों की प्रोत्साहक उपस्थिति

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता पर पूर्ण विश्वास व्यक्त करते हुए दृढ़तापूर्वक कहा कि स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत ‘विकसित भारत’ के निर्माण का राजमार्ग है। आने वाले समय में देश का प्रत्येक नागरिक ‘वोकल फॉर लोकल’ का वाहक बनेगा, प्रत्येक नागरिक स्वदेशी के मंत्र को अपनाएगा। 2047 में जब भारत स्वतंत्रता के 100 वर्षों का उत्सव मना रहा होगा, तब भारत अवश्य ही विकसित राष्ट्र होगा।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शहरी विकास के 20 वर्षों के उत्सव के हिस्से के रूप में ‘विकसित गुजरात, विकसित भारत’ कार्यक्रम के अंतर्गत अहमदाबाद से गुजरात के राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल, राज्य के वरिष्ठ मंत्री श्री कनुभाई देसाई, श्री ऋषिकेशभाई पटेल, श्री जगदीशभाई विश्वकर्मा की उपस्थिति में अहमदाबाद, गांधीनगर और मेहसाणा को कुल 5477 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात दी।

इन विकास कार्यों में से अहमदाबाद को 3125 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की भेंट मिली, जिनमें उत्तर गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (यूजीवीसीएल) के विद्युत वितरण सिस्टम से जुड़ी 608 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण, 133 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के आईएसएसआर घटक के तहत रामापीरना टेकरा के सेक्टर-3 में स्थित झोपड़पट्टी के विकास का लोकार्पण, चांदखेड़ा और गोता में 66केवी सबस्टेशन और वीरमगाम-खुड़द रोड का लोकार्पण शामिल है।

इसके अलावा, उन्होंने अहमदाबाद महानगर पालिका क्षेत्र में स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज, पश्चिम अहमदाबाद में स्टाम्प एंड रजिस्ट्रेशन भवन का शिलान्यास और सरदार पटेल रिंग रोड को छह लेने बनाने के कार्य का शिलान्यास किया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीनगर शहर के 555 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

श्री मोदी ने मेहसाणा को कुल 1796 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की भेंट दी, जिसमें 1404 करोड़ रुपए के खर्च से रेलवे विकास के कार्यों का लोकार्पण किया तथा दो ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इसके अलावा, उन्होंने जिले में यूजीवीसीएल के 221 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण किया और सड़क एवं भवन विभाग के 171 करोड़ रुपए के खर्च से विभिन्न सड़क संबंधिक कार्यों का शिलान्यास किया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को अहमदाबाद के निकोल इलाके से इन विकास कार्यों की सौगात देते हुए कहा कि देश भर में गणेश उत्सव के लिए अद्भुत उत्साह दिखाई दे रहा है। ऐसे में, गुजरात के विकास से जुड़ीं अनेक योजनाओं का भी श्री गणेश हो रहा है। उन्होंने कहा, “मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं कि मुझे इन विकास कार्यों को जनता-जनार्दन को समर्पित करने का अवसर मिला।”

श्री मोदी ने कहा कि आने वाला समय त्योहारों का समय है। यह समय आनंद और उल्लास के साथ-साथ आत्मनिर्भरता का अवसर भी बनना चाहिए। उन्होंने कहा, “आज मैं पूज्य गांधी बापू की धरती से देश भर के लोगों से आग्रह करना चाहता हूं कि हमें एक जीवन मंत्र अपनाना है, कि हम जो कुछ भी खरीदेंगे, वह भारत में बना हुआ ही खरीदेंगे। जो स्वदेशी होगा, मेड इन इंडिया होगा, तभी खरीदेंगे। घर की सजावट, किसी को देने के लिए उपहार, प्रत्येक चीज भारत में बनी हुई ही खरीदेंगे।”

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से दुनिया को सुदर्शन चक्रधारी मोहन का परिचय मिला, तो आत्मनिर्भर भारत अभियान चरखाधारी मोहन का परिचय कराएगा।

प्रधानमंत्री ने देश भर के व्यापारियों और दुकानदारों से अनुरोध करते हुए कहा कि व्यापारी वर्ग यह तय कर ले कि वह विदेशी माल नहीं बेचेगा। व्यापारी गर्व के साथ ‘मेरी दुकान में केवल स्वदेशी वस्तुएं ही मिलती हैं’ का साइन बोर्ड लगाएं। यदि इस देश के सामर्थ्य की पूजा की जाए, तो देशवासी राष्ट्रहित के संकल्प को कभी भी व्यर्थ नहीं जाने देते।

प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात की धरती दो मोहन की धरती है, एक सुदर्शन चक्रधारी मोहन यानी द्वारकाधीश श्री कृष्ण की और दूसरे चरखाधारी मोहन यानी साबरमती के संत महात्मा गांधी की। भारत आज इन दोनों मोहन द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर निरंतर सशक्त हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि सुदर्शन चक्रधारी मोहन ने हमें यह सिखाया है कि समाज और देश की रक्षा किस प्रकार की जा सकती है। सुदर्शन चक्र न्याय और सुरक्षा का कवच प्रदान करने के साथ-साथ दुश्मनों को पाताल में भी तलाशकर सजा देता है। ऑपरेशन सिंदूर में पूरी दुनिया ने भारत के निर्णयों में इस भाव का अनुभव किया है। आतंकवादियों और उनके आकाओं को छोड़ा नहीं जाता। भारत ने पहलगाम के बदला केवल 22 मिनटों में ही सब कुछ सफाचट करके ले लिया। सेना ने सैकड़ों किलोमीटर तक भीतर जाकर निर्धारित निशान पर आतंकवाद की नाभि पर हमला किया, जिसे पूरी दुनिया ने देखा है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर हमारी सेना के शौर्य तथा सुदर्शन चक्रधारी मोहन के भारत की इच्छाशक्ति का प्रतीक बन गया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि चरखाधारी मोहन महात्मा गांधी ने यह बताया कि देश की समृद्धि का मार्ग स्वदेशी में है। हालांकि, गांधी के नाम पर राजनीतिक गाड़ी चलाने वाले के मुंह से न कभी स्वच्छता शब्द सुना और न ही कभी स्वदेशी। साबरमती आश्रम गवाह है कि बापू के नाम पर सत्ता का सुख भोगने वालों ने बापू की आत्मा को कुचल दिया। गांधी जी का स्वदेशी का मंत्र भुला दिया गया। भारत को 60-65 वर्षों तक दूसरे देशों पर निर्भर रखा गया और सत्ता में रहते हुए इंपोर्ट यानी आयात करने में भी घोटाले किए जाते थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत ने आत्मनिर्भरता को विकसित भारत के निर्माण का आधार बना दिया है। आज देश के किसानों, पशुपालकों, छोटे उद्यमियों और मछुआरों के बल पर देश तेज गति से विकास के मार्ग पर चल रहा है और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को गुजरात से बड़ी ऊर्जा मिल रही है। दो दशकों की कड़ी मेहनत का यह परिणाम है। राज्य के पशुपालन, डेयरी उद्योग और सहकारिता क्षेत्र का पूरी दुनिया में बोलबाला है। उन्होंने कहा कि हाल ही में फिजी के प्रधानमंत्री ने भी भारत के डेयरी उद्योग और सहकारिता क्षेत्र की सम्मानपूर्वक चर्चा की।

भारत के पशुपालन क्षेत्र की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य में पशुपालन क्षेत्र में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। महिलाओं ने पशुपालन कर डेयरी क्षेत्र को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाया है। इसके परिणामस्वरूप भारत के डेयरी उद्योग की चारों ओर जय-जयकार सुनाई पड़ती है।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “आज दुनिया भर में आर्थिक स्वार्थ की राजनीति दिखाई दे रही है, तब मैं अहमदाबाद की धरती से देश के किसानों, पशुपालकों, दुकानदारों और छोटे उद्यमियों से लगातार यह वादा करता हूं कि मेरे लिए आपका हित सर्वोपरि है।”

उन्होंने कहा कि अलग गुजरात राज्य के लिए जब आंदोलन चल रहा था, तब कई लोग मजाक में कहते थे कि आपके यहां न खान-खनिज है, न उद्योग-धंधे हैं, लगातार अकाल पड़ता है, आप अलग होकर क्या करेंगे। गुजरात के सिर पर जब जिम्मेदारी आई, तब गुजरात के लोग पीछे नहीं हटे। आज गुजरातियों के लिए गर्व की बात है कि गुजरात मैन्युफैक्चरिंग का हब बन गया है। गुजरात की धरती पर हर प्रकार के उद्योगों का विस्तार हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि दाहोद की रेलवे फैक्ट्री में ताकतवर इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव इंजन बन रहे हैं। आज गुजरात में बने रेलवे कोच दूसरे देशों को निर्यात किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, गुजरात में बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल और कार जैसे वाहनों की मैन्युफैक्चरिंग हो रही है। देश और दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियां गुजरात में अपनी फैक्ट्रियां लगा रही हैं। गुजरात में एयरोप्लेन के अलग-अलग कलपुर्जे बनाकर उनके निर्यात का काम तो पहले ही चल रहा था, अब वडोदरा में ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट बनाने का काम भी शुरू हो चुका है। इसके साथ ही, अब गुजरात इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल (ईवी) मैन्युफैक्चरिंग का भी केंद्र बनने जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जितने भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनते हैं, वे सेमीकंडक्टर के बिना नहीं बन सकते। ऐसे में, गुजरात अब सेमीकंडक्टर चिप उत्पादन के क्षेत्र में बड़ा नाम करने जा रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि टेक्सटाइल और जेम्स एंड ज्वेलरी गुजरात की पहचान बन गए हैं। दवा और वैक्सीन जैसे फार्मा प्रोडक्ट्स के कुल निर्यात का एक तिहाई हिस्सा गुजरात से निर्यात होता है। उन्होंने कहा कि भारत सौर, पवन और परमाणु ऊर्जा के उत्पादन में तेज गति से आगे बढ़ रहा है, उसमें भी गुजरात का बड़ा योगदान है।

प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में आयोजित रोड शो का उल्लेख करते हुए कहा, “यह रोड शो बहुत ही अद्भुत था। लोग छत पर चढ़कर अभिवादन कर रहे थे, तब मैंने देखा कि लगभग सारे घरों की छत पर रूफटॉप सोलर पैनल लगे हैं।” अब तो प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना से बिजली का बिल शून्य आ रहा है।

गुजरात रिन्यूएबल एनर्जी और पेट्रोकेमिकल्स का भी बड़ा केंद्र बन चुका है। देश की पेट्रोकेमिकल जरूरतों को पूरा करने में गुजरात महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्लास्टिक, सिंथेटिक फाइबर, फर्टिलाइजर, दवाइयां, पेंट और कॉस्मेटिक्स सहित सभी उद्योगों का मुख्य आधार पेट्रोकेमिकल सेक्टर ही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में मिलें बंद होने की बहुत शिकायतें आती थीं, आज मिलों की चिमनियां भले ही बंद हो चुकी हों, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के लंबे शासनकाल में नए-नए उद्योग गुजरात में चारों ओर स्थापित हो चुके हैं।

उद्योग, खेती, पर्यटन और रोजगार सृजन, इन सभी के लिए कनेक्टिविटी बहुत ही आवश्यक है। पिछले दो से तीन दशकों में गुजरात में कनेक्टिविटी का कायापलट हो चुका है। आज गुजरात में कनेक्टिविटी से संबंधित बहुत सी परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है।

इस संदर्भ में प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि एक समय था जब अहमदाबाद में केवल लाल रंग की बसें ही चलती थीं, लेकिन अब अहमदाबाद में एसी इलेक्ट्रिक बस, बीआरटीएस जनमार्ग और मेट्रो रेल जैसे प्रकल्पों से ‘ईज ऑफ ट्रैवल’ साकार हुआ है। गुजरात में पिछले 11 वर्षों में 3000 किमी लंबे नए रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं। राज्य में अधिकांश रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण का काम पूरा कर लिया गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि गांधी जी गरीबों की गरिमा बनाए रखने को प्राथमिकता देते थे। गांधी आश्रम के प्रवेश द्वार पर ही गरीबों के लिए बने आवास राज्य सरकार की गांधी जी के सिद्धांतों पर चलने की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। आज गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए अन्य आवासों का भी लोकार्पण हुआ है।

उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार ने सरदार पटेल की भव्य स्टैच्यू का कार्य पूरा किया है और गांधीजी के साबरमती आश्रम का नवीनीकरण हो रहा है। एक दशक पहले केन्द्र में कांग्रेस की सरकार के कारण गांधी आश्रम का नवीनीकरण कार्य समय पर नहीं किया जा सका, परंतु जब से आपने मुझे दिल्ली भेजा है, तब से साबरमती आश्रम का विकास कार्य भी आरंभ कर दिया गया है। आने वाले दिनों में गांधी आश्रम शांति की सबसे बड़ी प्रेरणा भूमि बनेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के श्रमिक परिवारों को गुणवत्तायुक्त जीवन स्तर मुहैया कराने के लिए हमने अनेक प्रयास किए हैं और इसी कारण गरीबों के लिए गेटेड सोसाइटी बनाने के निर्णय किए गए हैं। झोंपड़पट्टियों की जगह पक्के मकान बनाने के अनेक प्रोजेक्ट सरकार ने पूरे किए हैं और यह अभियान आज भी जारी है। जिसे कोई पूछता नहीं है, उसे मोदी पूजता है। इस बार लाल किले से मैंने कहा था कि सुदूरवर्ती मानव को विकास की मुख्य धारा में लाना हमारी मुख्य प्राथमिकता है। रेहड़ी-पटरी वालों के लिए पीएम स्वनिधि योजना शुरू कर 17 लाख स्ट्रीटवेंडर्स को बैंक से लोन दिलाए गए हैं। गुजरात में भी लाखों लोगों को इस योजना का लाभ हुआ है।

उन्होंने कहा कि देश में लगभग 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। इसकी चर्चा विश्वभर के इकोनॉमिस्ट कर रहे हैं। गरीबी रेखा से बाहर आया नियो मिडल क्लास तथा मिडल क्लास देश की सबसे बड़ी ताकत है। उन्हें सशक्त करने का वर्तमान सरकार का निरंतर प्रयास है। ऐसे प्रयासों के हिस्से के रूप में ही आयकर में 12 लाख रुपए तक की छूट दी गई है और अब आने वाले दिनों में हम माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में बड़ा रिफॉर्म (सुधार) ला रहे हैं। व्यापारी-मध्य वर्ग सहित सभी को इस दिवाली पर खुशियों का डबल बोनस मिलने वाला है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था, जब लोग अहमदाबाद को गर्दाबाद कहकर मजाक उड़ाते। चारों ओर धूल, कूड़ा-मिट्टी देखने को मिलते, परंतु अब अहमदाबाद की छवि बदली है। स्वच्छता के मामले में अहमदाबाद ने देश में पहला नंबर प्राप्त किया है। हालाँकि स्वच्छता कोई एक बार या हर वर्ष करने का काम नहीं है, बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी करने का काम है।

पहले साबरमती नदी की हालत बहुत खराब थी। वहाँ के तट पर सर्कस होते थे और बच्चे क्रिकेट खेलते थे। काँकरिया तालाब गंदगी का अड्डा था। अब यह साबरमती नदी गौरवशाली नदी बनी है। काँकरिया तालाब घूमने-फिरने का सबसे श्रेष्ठ स्थान बन चुका है। ये तमाम विकास परियोजनाएं अहमदाबाद की बदलती तसवीर की झलक हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अहमदाबाद भारत की पहली वर्ल्ड हेरिटेज सिटी है। पर्यटन के आधुनिक आयामों का विकास भी अहमदाबाद में हो रहा है। पहले गुजरात में पर्यटन के विकल्प उपलब्ध नहीं थे। आज कच्छ का रणोत्सव, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, बेट द्वारका का सिग्नेचर ब्रिज जैसे अनेक पर्यटन स्थलों का गुजरात में विकास हुआ है। अहमदाबाद कॉन्सर्ट इकोनॉमी का भी बड़ा केन्द्र बन रहा है। कुछ महीने पहले कोल्ड प्ले कॉन्सर्ट अहमदाबाद में हुआ। उसकी चर्चा आज विश्वभर में हो रही है। हमने साबित किया कि अहमदाबाद बड़े-बड़े कॉन्सर्ट एवं स्पोर्टिंग इवेंट का मेजबान बन सकता है।

उन्होंने कहा कि भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक करके लॉन्चिंग पेड नष्ट किए, एयर स्ट्राइक करके आतंकी अड्डे नष्ट किए और ऑपरेशन सिंदूर करके आतंकवादियों की नाभि पर प्रहार किया। चंद्र के शिव-शक्ति पॉइंट पर जहाँ कोई नहीं गया था, वहाँ भारत का झंडा पहुँच गया। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर शुभांशु शुक्ला जाकर आए और अब गगनयान की तैयारी चल रही है। हम अपना स्वयं का स्पेस स्टेशन बनाने के लिए काम कर रहे हैं। यह एक-एक घटना कहती है कि यदि संकल्प लें और उसके प्रति श्रद्धा हो, समर्पण हो, तो जनता-जनार्दन का आशीर्वाद भी मिलता है, लोगों का साथ भी मिलता है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन से वर्ल्ड हेरिटेज सिटी अहमदाबाद आज इकोनॉमिक पावर हाउस तथा अर्बन प्लानिंग का ट्रेडसेटर बन गया है। वर्ष 2005 से शहरी विकास वर्ष मनाने की शुरुआत कराने वाले श्री नरेन्द्रभाई ने शहरीकरण को एक अवसर के रूप में स्वीकार कर वेल प्लांड सिटी डेवलपमेंट का विजन दिया था और शहरों को विकास का केन्द्र बनाने की दिशा में विकास कार्य शुरू किए थे। उन्होंने कहा कि आज लोकार्पित हुए शहरी विकास के कार्य महानगरों में अर्निंग वेल-लिविंग वेल का ध्येय साकार करेंगे।

शहरी विकास के बारे में श्री पटेल ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने विकास की राजनीति की नई परंपरा का प्रारंभ कराया। सबके साथ-सबके विकास के मंत्र के साथ शहर से लेकर गाँव तक सर्वग्राही विकास की विशिष्ट दिशा दी है। उनके नेतृत्व में ग्रीन, क्लीन, स्मार्ट तथा सस्टेनेबल शहरों के लिए विकास परियोजनाएं चलाई जा रही हैं। श्री नरेन्द्रभाई के दिशादर्शन से शहरी विकास वर्ष की दो दशक की सफलता के चलते हम वर्ष 2025 को शहरी विकास वर्ष के रूप में मना रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए भारतीय सेनाओं तथा प्रधानमंत्री को समग्र गुजरात की ओर से अभिनंदन देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के निर्णायक एवं साहसिक नेतृत्व में भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन सिंदूर पूरा किया। आतंकवादियों को उनकी ही भाषा में जबर्दश्त एवं सटीक जवाब देकर भारत ने न्यू नॉर्मल के नए मानदंड स्थापित किए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने मेक इन इंडिया शस्त्रों की ताकत देखी और उन्हें आत्मनिर्भर भारत का परिचय मिला है।

आत्मनिर्भर भारत का उल्लेख करते हुए श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री का स्वदेशी विजन अब आधुनिक, सशक्त, आत्मनिर्भर एवं वैश्विक भारत के निर्माण का मिशन बन गया है। प्रधानमंत्री ने वोकल फॉर लोकल तथा लोकल फॉर ग्लोबल का मंत्र दिया है, जिसके लिए स्टार्टअप्स, एमएसएमई,स्थानीय उद्योगों, ग्रामीण अर्थव्यवस्था तथा हस्तकलाओं को अधिक से अधिक अपनाकर तथा उन्हें प्रोत्साहन देकर स्वदेशी मिशन को वेगवान बनाएं। जैसा कि प्रधानमंत्री कहते हैं, आत्मनिर्भर भारत 140 करोड़ भारतीयों का संकल्प है। देश की जनता का अटूट विश्वास है कि श्री नरेन्द्रभाई के नेतृत्व में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महासत्ता बनकर रहेगा।

उन्होंने गुजरात में विकास की चर्चा करते हुए कहा कि विकास को समर्पित नेतृत्व श्री नरेन्द्रभाई के स्वरूप हमें हमें मिला है, जो हम सबका सौभाग्य है। उनके विजनरी नेतृत्व में गुजरात देश का ग्रोथ इंजन बना है। उनके देश की कमान संभालने के बाद गुजरात को डबल इंजन सरकार का दोहरा लाभ मिलता रहा है, जिसके फलस्वरूप ही आज केवल एक ही दिन में एक साथ 5477 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास संभव हुआ है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि डबल इंजन सरकार के परिणामस्वरूप सरदार सरोवर बांध को पूर्ण ऊंचाई तक ले जाने की मंजूरी केवल 17 दिन में मिली। इतना ही नहीं, भरूच में बल्क ड्रग पार्क, दाहोद में इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव इंजन फैक्ट्री, भावनगर में सीएनजी टर्मिनल, जामनगर में विश्व स्वास्थ्य संगठन का ट्रेडिशनल मेडिसीन सेंटर, राजकोट को राज्य का प्रथम एम्स अस्पताल, वडोदरा को सी-295 एयरक्राफ्ट यूनिट, द्वारका में सुदर्शन सेतु, नवसारी को टेक्सटाइल पार्क, साणंद-धोलेरा में सेमीकंडक्टर प्लांट, लोथल में नेशनल मैरीटाइम हेरिटेज कॉम्प्लेक्स, कच्छ में विश्व का सबसे बड़ा हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क आदि भी प्रधानमंत्री की ओर से गुजरात को मिली महामूल्यवान भेंट हैं।

प्रधानमंत्री आवास योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से शुरू हुई इस योजना से गुजरात में अब तक 15 लाख पक्के आवास लाभार्थियों को मिले हैं। आज प्रधानमंत्री के करकमलों से 1450 आवासों का लोकार्पण हुआ है। राज्य के नागरिकों को ईज ऑफ लिविंग बढ़ाने वाली रेलवे, रोड, बिजली तथा पानी की श्रेष्ठतम् सुविधाएं मिली हैं। आज प्रधानमंत्री के करकमलों से रेलवे के 1404 करोड़ रुपए के विकास कार्य गुजरात को मिलने वाले हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गुजरात मे वंदे भारत ट्रेन शुरू होने सहित अनेक नए स्टेशन बन रहे हैं। राज्य में पीएम गतिशक्ति आदि योजनाओं से रेलवे कनेक्टिविटी तथा रोड कनेक्टिविटी सुदृढ़ बनी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब गुजरात वर्ष 2035 में अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण करेगा, तब आज प्रधानमंत्री के करकमलों से मिली विकास कार्यों की सौगात गुजरात के लिए फ्यूचरिस्टिक माइलस्टोन बनेंगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रत्येक गुजराती विकसित गुजरात से विकसित भारत बनाने में अपना योगदान देगा।

इस अवसर पर अहमदाबाद की महापौर श्रीमती प्रतिभाबेन जैन, राज्य के मुख्य सचिव श्री पंकज जोशी, राज्य पुलिस महानिदेशक श्री विकास सहाय, राज्य के वरिष्ठ अधिकारी, स्थानीय सांसद, स्थानीय विधायक, अहमदाबाद मनपा के अधिकारी-पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।

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