पाकिस्तान ने पंजाब प्रांत में गलती से आकर गिरे भारत के मिसाइल को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान भारतीय रक्षा मंत्रालय के भारत के ‘‘सरलीकृत स्पष्टीकरण’’ से संतुष्ट नहीं है। फाकिस्तान का कहना है कि यह गंभीर मामला है और इसकी संयुक्त जांच होनी चाहिए ताकि सही तथ्य सामने आ सकें। साथ ही भारत से पूछा है कि उसकी जमीन पर गिरने वाली मिसाइल कौन सी थी और क्या वह सेल्फ डिस्ट्रक्शन तकनीक से लैस थी कि नहीं। भारत ने बताया था कि एक मिसाइल तकनीकी खराबी के कारण पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में घुस गई थी। हालांकि, इससे किसी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। भारतीय सेना ने इस पूरे मामले की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के भी आदेश जारी किए हैं।
पाकिस्तानी के विदेश कार्यालय ने कहा कि इस तरह के गंभीर मामले को भारतीय अधिकारियों के दिए गए सरल स्पष्टीकरण के साथ संबोधित नहीं किया जा सकता है। पाकिस्तान ने इस मिसाइल लॉन्चिंग को लेकर भारत के कई सवाल पूछे हैं। पाकिस्तान ने कहा कि दोनों देश परमाणु ताकत से लैस हैं, ऐसे में अगर हमने आत्मरक्षा के लिए कार्रवाई की होती तो क्या होता।
पाकिस्तान ने कहा कि भारत को एक्सीडेंटल मिसाइल लॉन्चिंग और इस घटना की विशेष परिस्थितियों को रोकने के लिए उपायों और प्रक्रियाओं की व्याख्या करनी चाहिए। पाकिस्तानी क्षेत्र में गिरी मिसाइल के प्रकार और विशिष्टताओं को भारत को स्पष्ट रूप से समझाने की जरूरत है। साथ ही पूछा कि क्या भारत रूटीन मेंटीनेंस के दौरान भी मिसाइलों को फायर करता है।
पाकिस्तान ने यह भी पूछा कि यह मिसाइल अंत समय में कैसे मुड़ी और पाकिस्तान में प्रवेश किया? क्या मिसाइल सेल्फ डिस्ट्रक्ट मैकेनिज्म से लैस थी? पाकिस्तान ने यह भी दावा किया कि अगर ऐसा है तो मिसाइल नष्ट क्यों नहीं हुई। अगर दुर्घटनावश मिसाइल लॉन्च हुई तो भारत ने तुरंत क्यों नहीं बताया। पाकिस्तान की तरफ से इसकी जानकारी सार्वजनिक करने के बाद क्यों भारत ने बोला। जिस तरह यह घटना हुई उससे भारत को एक्सप्लेन करना चाहिए कि मिसाइल आर्म्ड फोर्स हैंडल कर रही थी या फिर कोई और एलिमेंट। पाकिस्तान ने कहा कि इंटरनल कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी से कुछ नहीं होगा और इसकी संयुक्त जांच होनी चाहिए क्योंकि मिसाइल पाकिस्तान में आकर गिरी।