गांधीवादी घनश्याम शुक्ल जिन्होंने स्त्री शिक्षा के लिए भीख मांगने से भी परहेज नहीं किया जिनके किरदार से आती हो सदाक़त की महक उनकी तदरीस से पत्थर भी पिघल सकते हैं यह पंक्ति किसी अज्ञात की... DEC 22 , 2022